जालंधर : जालंधर में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने आप को पुलिस विभाग में थानेदार बता रहा था। आरोपी युवक पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड और टॉय गन लेकर ब्लैक सफारी में घूम रहा था।
इतना ही नहीं उसने गाड़ी में थानेदार लिखवाया था। जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ने पुलिस में भर्ती होने के लिए रिटन टेस्ट भी दिया था, लेकिन टेस्ट क्लीयर नहीं कर पाया। ऐसे में वह फर्जी तरीके से थानेदार बनकर बेखौफ घूम रहा था, लेकिन अब पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
जालंधर ग्रामीण पुलिस ने मेहतपुर पुलिस स्टेशन के पास नाकाबंदी के दौरान नकली पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी एक काली सफारी एसयूवी में था, जिसकी पिछली विंडशील्ड पर पंजाबी में थानेदार लिखा था। वरिष्ठ पुलिस कप्तान हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा कि यह गिरफ्तारी असामाजिक तत्वों और धोखेबाजों को बेनकाब करने के लिए एक विशेष अभियान के तहत की गई है।
उन्होंने बताया कि यह सफलता एसपी जांच जसरूप कौर बाठ और डीएसपी शाहकोट ओंकार सिंह बराड़ की देखरेख में इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह, एसएचओ मेहतपुर की पुलिस टीम के नेतृत्व में हासिल हुई। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान अंश गिल निवासी उगी गांव, नकोदर के तौर पर हुई है।
थानेदार के स्टीकर के बारे में जवाब नहीं दे पाया युवक
पुलिस ने टी-प्वाइंट छोटे बिल्ला मेहतपुर के पास नाका लगाया हुआ था। इस दौरान एक काले रंग की सफारी वहां से गुजरी। पुलिस ने गाड़ी को रोका और उसमें सवार युवक से जब पूछताछ की गई तो वह अपनी गाड़ी पर लगे पुलिसकर्मी के लगाए गए स्टीकर के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। जांच में उसके पास से पंजाब पुलिस का एक फर्जी आईडी कार्ड और एक काली रंग की टॉय पिस्टल भी मिली है। शुरुआती जांच में पता चला है कि उसने पुलिस भर्ती के लिए पेपर दिया था, लेकिन क्लीयर नहीं कर सका। आरोपी युवक अंश गिल लोगों को बता रहा था कि उसने पेपर पास कर लिया है और अपने झूठ का समर्थन करने के लिए एक फर्जी आईडी कार्ड बनाया है। उसने अपनी कार पर फर्जी थानेदार का स्टीकर लगा रखा था और टोल टैक्स की चोरी कर रहा था।
आरोपी के खिलाफ थाना मेहतपुर में बीएनएस और मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उससे जुड़ी अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों का पता लगाने के आगे मि जांच जारी है।