रूपनगर। भाखड़ा बांध से फ्लड गेट खोलने से मंगलवार को मात्र 45 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इसमें से आधा ही दरिया में आएगा। बाकी आधा पानी नहर में छोड़ा जाएगा। लोगों को घबराने की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है।
भाखड़ा बांध से पानी छोड़ने के मामले में जिला प्रशासन ने कहा है कि फ्लड गेट केवल दो फीट ही खोले गए। जिससे कि नियंत्रित पानी छोड़ा जाए और भाखड़ा में आने वाले पानी को स्टोर किया जा सके। रूपनगर के डीसी वरजीत वालिया ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। भाखड़ा डैम से पानी छोड़ने का फैसला टेक्नीकल कमेटी की बैठक में फैसला लिया जाता है। कमेटी ने फैसला लिया है कि केवल दो फीट फ्लड गेट खोले जाएं।
अगर हिमाचल में ज्यादा वर्षा होती है तो डैम में ज्यादा पानी सकता है। उसी के मद्देनजर साढ़े 36 हजार टरबाइनों के जरिये और साढ़े 7 हजार फ्लड गेट के जरिये सिर्फ दो फीट खोलकर पानी छोड़ा जाएगा। जो पानी आएगा उसमें से सतलुज दरिया में सिर्फ बीस बाइस हजार क्यूसिक पानी ही आएगा। पानी छोड़ने से 45 हजार क्यूसिक पानी आएगा। इसमें से 23 क्यूसिक पानी नहरों में जाएगा और बाकी दरिया में जाएगा। हमारा खतरे का निशान 45 हजार क्यूसिक है। इसलिए दरिया में जो पानी आएगा उससे कोई घबराने की जरूरत नहीं है।