लुधियाना : लुधियाना में 78 साल के बुजुर्ग की हत्या कर दी गई पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी का बुजुर्ग की बेटी के साथ कनेक्शन है. खबर है कि ऑस्ट्रेलिया में रह रही बेटी ने आरोपी के खिलाफ परेशान करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद उसे ऑस्ट्रेलिया से डिपोर्ट कर दिया गया था. आरोपी ने कथित तौर पर भारत लौटकर महिला के पिता की हत्या कर दी. मृतक की पहचान रविंद्र सिंह पॉल के तौर पर हुई है. वो एक LIC एजेंट थे और लुधियाना के दुर्गी इलाके में अकेले रहते थे. बेटी किरणदीप ऑस्ट्रेलिया में रहती थी और बेटा विक्रम पास के ही गांव में. एक दिन जब वो घर नहीं लौटे तो बेटे ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. फिर 29 अगस्त को दाखा में रविंद्र सिंह का शव झाड़ियों से बरामद किया गया.
पिता का शव मिलने पर बेटे ने ऑस्ट्रेलिया में रह रही अपनी बहन किरणदीप को इस बात की जानकारी दी. इसके बाद किरणदीप ने जो बयान दिया वो हैरान करने वाला था. किरणदीप के मुताबिक, कुछ महीने पहले वो टिक टॉक ऐप के जरिए रंजीत सिंग काहलों नाम के शख्स के संपर्क में आई थी. दोनों दोस्त बन गए. फिर इस साल मार्च में रंजीत ऑस्ट्रेलिया पहुंचा और वो साथ रहने लगे. महिला का आरोप है कि साथ रहने पर रंजीत शराब पीकर उसे परेशान करता था और अपने पति को तलाक देकर उससे शादी करने का दबाव बनाता था. ऐसा ना करने पर वो कथित तौर पर किरणदीप और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देता था.
किरणदीप ने ऑस्ट्रलिया पुलिस में रंजीत के खिलाफ परेशान करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद जून में रंजीत को वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया. विक्रम ने बहन किरणदीप के हवाले से बताया कि 25 अगस्त को रात करीब आठ बजे रंजीत अपने भतीजे के साथ लुधियाना पहुंचा और उनके पिता की हत्या कर दी. बयान के मुताबिक, रंजीत ने किरणदीप को वॉट्सऐप पर हत्या के बारे में बताया और माफी भी मांगी. मुल्लांपुर दाखा पुलिस स्टेशन में जालंधर के बाथ कलां गांव के रंजीत सिंह काहलों उर्फ रंजीत बाथ और उसके भतीजे बलजिंदर सिंह उर्फ गुल्ली के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उन पर बीएनएस की धारा 103 (1) (हत्या) और 3 (5) लगाई गई हैं. मुल्लांपुर दाखा पुलिस स्टेशन के SHO इंस्पेक्टर कुलविंदर सिंह ने बताया कि आरोपी गुल्ली को अरेस्ट कर लिया गया है, उसने कबूल किया है कि उन्होंने महिला के पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी. मुख्य आरोपी रंजीत अभी फरार है.