रोहित जसवाल। मणिकर्ण : मणिकर्ण में गुरुद्वारे के पास पेड़ गिरने से छह लोगों की मौत में तीन की भी शिनाख्त हो गई है। इनकी पहचान सोमवार सुबह हुई। ये हरियाणा स्कूल ऑफ डिजिटल मार्केटिंग हिसार के विद्यार्थी थे।
इसमें एक छात्रा और दो छात्र थे। इनकी पहचान संस्थान में उनके साथी विद्यार्थियों ने की।
गुलशन कुमार पुत्र शुक्र चंद गांव व डाकघर ढाणखुर्द, तहसील हांसी, हिसार, हरियाणा, दिंता कौर पुत्री हरजिंद्र सिंह निवासी हाउस नंबर-469 अमर बिहार फेस-दो नजदीक गोदारा पेट्रोप पंप, हिसार और मनीष कुमार पुत्र महेंद्र कुमार गांव निवासी वार्ड नंबर-18 रायगढ बस्ती तार नगर चूरू राजस्थान के रूप में हुई। इसमें दो विद्यार्थियों के शव को पोस्टमार्टम कर संस्थान से आए शिक्षकों और विद्यार्थियों को सौंप दिया है। जबकि छात्रा का शव मंगलवार को सौंपा जाएगा।
इसके अलावा हादसे में मृतक रीना पुत्री हंस राज, गांव इंद्रवाल डाकघर बनूल तहसील बोंजबा जिला किश्तवाड़ जम्मू- कश्मीर, वर्शिणी पुत्री रमेश बाबू मकान नंबर 23,11ए, विजय नगर, बंगलूरु और समीर गुरुंग निवासी नेपाल का भी पोस्टमार्टम कर परिजनों के हवाले कर दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू डाॅ. एनआर पवार ने कहा कि सभी मृतकों की पहचान हो गई है और पोस्टमार्टम कर शव सौंपे गए हैं। कुल्लू अस्पताल में उपचाराधीन दो घायलों को परिवार के लोग बंगलूरू ले गए हैं। पांच अन्य घायलों को छुट्टी दे दी है। एडीएम कुल्लू अश्वनी कुमार ने कहा कि मृतकों को 25-25 हजार और घायलों को 10-10 हजार रुपये की फौरी राहत दी गई।
मृतक छात्रा के परिजनों से संपर्क में हुई दिक्कत
मणिकर्ण हादसे में मृतक छात्रा दिंता कौर का परिजनों से संपर्क करने में पुलिस व प्रशासन को सुबह से लेकर शाम तक दिक्कत का सामना करना पड़ा। शाम के समय छात्रा के परिजनों को पता किया गया। अब उन्होंने मंगलवार तक कुल्लू आने की बात कही है। एएसपी कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि मृतक छात्रा के ननिहाल वालों से बात हो गई है।
बेटी की मौत से शवगृह के बाहर बेसुध हो गए पिता
मणिकर्ण हादसा कई परिवारों को उम्रभर का गम दे गया है। बंगलूरू से परिवार के साथ मणिकर्ण घूमने आए रमेश बाबू भी इनमें शामिल हैं। हादसे में न केवल उनकी बेटी की मौत हो गई बल्कि पूरा परिवार घायल हो गया है। पत्नी और बेटे की हालत गंभीर बनी है और उन्हें रात को कुल्लू अस्पताल से बंगलूरू के लिए भेजा गया है। जबकि घायल पिता अपनी 17 साल की बेटी के शव को लेकर रवाना हुए।
सोमवार सुबह नौ बजे से कुल्लू अस्पताल के शवगृह में सभी छह मृतकों को पोस्टमार्टम शुरू हुआ। इस दौरान मृतक डीआर वर्शिणी के पिता रमेश बाबू शवगृह के बाहर पहुंचे तो बेटी का नाम लेकर फफक-फफककर रो पड़े। स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने उन्हें ढांढस बंधाया और कुर्सी पर बैठाया जहां वह कुछ समय के लिए बेसुध से हो गए। वह खुद भी इस हादसे में घायल हैं और उनकी टांग में चोट लगी है।
पेड़ गिरने की आवाज सुनते चालक आगे ले गया वाहन
मणिकर्ण हादसे में हरियाणा स्कूल ऑफ डिजिटल मार्केटिंग हिसार के 17 विद्यार्थियों का दल भी घूमने आया था। वह 28 मार्च से तोष में ठहरे में हुए थे। 30 मार्च को शाम को वह सभी मणिकर्ण घूमने आए। ट्रेवलर गुरुद्वारे के पास पहुंची तो तीन छात्र बाहर निकले। पेड़ गिरने की आवाज सुनकर चालक ने ट्रेवलर को आगे कर दिया। लेकिन जो तीन छात्र ट्रेवलर से बाहर निकले वह तीनों पेड़ के नीचे आ गए और उनकी मौके पर मौत हो गई।