एएम नाथ। नादौन : नादौन उपमंडल के सेरा गांव में एक महिला बैंक कर्मी की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतका एक किराए के कमरे में अकेली रह रही थी और पुलिस द्वारा इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है।
हालांकि, मृतका के परिजनों ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है। मृतका के माता-पिता धर्मचंद और सुरेशना देवी ने मंगलवार को जिला मुख्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि उनकी बेटी अपने पति से अलग रह रही थी और गुजारा भत्ता न मिलने को लेकर कोर्ट में केस चल रहा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि घटना से एक दिन पहले कुछ अज्ञात लोग उनकी बेटी के कमरे में आए थे और उससे झगड़ा किया था। इसके बाद अगले दिन उसकी मौत की सूचना मिली। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी मानसिक रूप से मजबूत थी और आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती थी।
परिवार ने पुलिस द्वारा बरामद सुसाइड नोट को भी संदिग्ध बताया है और कहा कि उसमें लिखावट उनकी बेटी की नहीं है। मृतका के भाई बलविंदर और बहनों माया, वंदना व ज्योति ने जिला प्रशासन और एसपी हमीरपुर से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और सीबीआई या किसी उच्च स्तरीय एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाए।
उनका आरोप है कि पुलिस साक्ष्यों की अनदेखी कर रही है और मामले को आत्महत्या का रंग देने की कोशिश कर रही है। इस संदर्भ में जब जिला पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत मिल चुकी है और पुलिस निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है।