चंडीगढ़ : पंजाब में खनन विभाग की फर्जी वेबसाइट का संचालन करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि एसएएस नगर के खरड़ के रहने वाले आरोपी गौरव कुमार ने खनन विभाग की मूल आधिकारिक वेबसाइट की तरह फर्जी वेबसाइट बनाई थी ताकि वह अवैध खनन में शामिल वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए नकली रसीदें और फॉर्म बना सके।
डीजीपी ने बताया कि फर्जी पर्चियों में आधिकारिक खनन वेबसाइट की तर्ज पर क्यूआर स्कैनर कोड भी था जिससे वाहन सभी सुरक्षा जांच से आसानी से निकल सकें।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी ने फिरोजपुर के एक व्यक्ति के साथ मिलीभगत करके खनन की 2,000 से अधिक फर्जी रसीदें तैयार कीं, जिससे सरकारी खजाने को लगभग 40-50 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
डीजीपी ने बताया कि वेबसाइट का ‘बैकअप’, फर्जी रसीदों का विवरण, वाहनों की तस्वीरें, खनन सामग्री के स्रोत संबंधी जानकारियां तथा अपराध में प्रयुक्त कंप्यूटर सिस्टम सहित डेटा बरामद कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पूरे गठजोड़ का पता लगाने के लिए मामले की जांच जारी है। साइबर अपराध प्रभाग की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वी. नीरजा ने बताया कि खनन विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद इस मामले की जांच शुरू की गई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि खनन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से छेड़छाड़ की गई है और अवैध खनन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक फर्जी वेबसाइट का इस्तेमाल किया जा रहा है।