एएम नाथ। केलांग : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज केलांग में लाहौल शरद उत्सव का शुभारम्भ किया। दो माह तक चलने वाले इस पारम्परिक शीतकालीन त्यौहार के माध्यम से क्षेत्र की जीवंत, अनूठी, समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। बर्फबारी के बाद मनाए जाने वाला यह त्यौहार विभिन्न घाटियों के विविध स्थानीय रीति-रिवाजों को एक मंच पर लाता है। इस त्यौहार में तीरंदाजी, बर्फ संबंधी खेल, पाक कला और बुनाई जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लाहौल शरद उत्सव क्षेत्र में पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस उत्सव के माध्यम से क्षेत्र में आने वाले हजारों पर्यटक लाहौल-स्पीति जिला की अनूठी संस्कृति, विरासत से रू-ब-रू होंगे और यहां के पारम्परिक पकवानों का लुत्फ उठाएंगे। उन्होंने अपनत्व भरे आतिथ्य सत्कार और आने वाली पीढ़ियों तक सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता के लिए लाहौल स्पीति के लोगों की सराहना की।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में पांच नए पर्यटन स्थल विकसित किए जाएंगे, जिसमें किन्नौर जिला के रकछम और नाको-चांगो-खाब और लाहौल-स्पीति के चंद्रताल, काजा और तांदी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सम्बल प्रदान करने में पर्यटन क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और प्रदेश सरकार इसे बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है ताकि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हों।
मुख्यमंत्री ने ‘डिस्कवर लाहौल स्पीति मोबाइल एप्लिकेशन’ भी लॉन्च किया। पर्यटकों की सुविधा और उन्हें यात्रा का बेहतर अुनभव प्रदान के लिए जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई इस अभिनव पहल का उद्देश्य पर्यटकों को जिला की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर से अवगत करवाना है। उन्होंने कहा कि एप्लिकेशन में अत्याधुनिक एआई इंटीग्रेशन की सुविधा है और इंटरैक्टिव चैटबॉट से पर्यटकों को जिले के रमणीय स्थलों, आवास की उपलब्धता की खोज में सुविधा मिलेगी। ऐप के माध्यम से पर्यटकों को जिले के सौन्दर्य से परिपूर्ण अनछुए गंतव्य स्थलों की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। ऐप को क्यूआर कोड के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है, जिससे इस क्षेत्र की यात्रा करने वाले सभी लोगों को क्षेत्रों की आसान पहुंच उपलब्ध होगी।
जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐप क्षेत्र में भ्रमण के लिए पर्यटकों को आसानी से जानकारी उपलब्ध करवाएगी। इसके माध्यम से क्षेत्र में अधिक संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने में सहायता मिलेगी जिससे स्थानीय लोगों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी।
लाहौल स्पीति जिले के एक दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने 70.07 करोड़ रुपये की 11 विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं में 9.97 करोड़ रुपये की लागत से मुख्य सड़क रतिल, 4.58 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क रूआलिंग थर्लिंग मेलिंग, 6.41 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क मार्बल, 6.80 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क चौखांग-नैनगाहर, 13.88 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क विहाली-त्रिलोकनाथ-लोबर-उदयपुर, 10.41 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क यांगरंग और 6.18 करोड़ रुपये से मुख्य सड़क शिति नाला-मेह बोग के उन्नयन का कार्य शामिल है।
उन्होंने 1.68 करोड़ रुपये की लागत की साइफन के माध्यम से एफआईएस बीलिंग के सुधार कार्य, ग्राम जिस्पा में 3.91 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली शीतकालीन जल आपूर्ति योजना और 5 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले लाहौल हाट डालंग की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने 1.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जिला पुलिस लाहौल-स्पीति के कमांड और कंट्रोल सेंटर (अनिमेष-नेत्रम) का लोकार्पण किया। केंद्र ने जिले के अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के साथ-साथ सुमदो, शिंकुला और सरचू सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने सीसीटीवी कवरेज का विस्तार किया है, जिसे स्कॉच मेरिट ऑफ ऑर्डर पुरस्कार भी मिला है। इस परियोजना के तहत कुल 639 कैमरे स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 182 पिछले वर्ष स्थापित किए गए थे।