रोहित जसवाल। हमीरपुर 18 दिसंबर। एडीएम राहुल चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल कल्याण एवं बाल संरक्षण समिति के अधिकारियों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और बच्चों से संबंधित अन्य सभी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जिला के सभी पात्र एवं जरुरतमंद बच्चे इन योजनाओं का लाभ उठा सकें। बुधवार को यहां डीआरडीए के हॉल में मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से संबंधित जिला स्तरीय समिति और जिला बाल कल्याण एवं बाल संरक्षण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीएम ने ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना बेसहारा बच्चों के लिए एक बहुत बड़ा सहारा है। ऐसे बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा, उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा, कोचिंग, शैक्षणिक भ्रमण, मकान निर्माण और शादी सहित सभी जरुरतों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के माध्यम से वित्तीय मदद का प्रावधान किया गया है। इन बच्चों के लिए बाल्यावस्था से लेकर 27 वर्ष की आयु तक यह व्यवस्था की गई है।
राहुल चौहान ने बताया कि जिला हमीरपुर में 27 वर्ष तक की आयु के कुल 152 बेसहारा बच्चों एवं युवाओं को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला के 26 युवाओं ने उच्च शिक्षा और 23 युवाओं ने व्यावसायिक शिक्षा के लिए आवेदन किया है। इसके लिए लगभग 6.80 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है। यह राशि शीघ्र ही लाभार्थियों को आवंटित कर दी जाएगी। इनके अलावा कोचिंग, स्वरोजगार, विवाह, मकान निर्माण और जमीन आवंटन के मामलों को भी स्वीकृति के लिए प्रेषित किया जा रहा है।
एडीएम ने शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों से कहा कि अगर उनके ध्यान में किसी बेसहारा बच्चे का मामला आता है तो उसके बारे में भी जिला स्तरीय समिति को अवगत करवाएं, ताकि उस बच्चे को भी लाभान्वित किया जा सके।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के लाभार्थियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में डीआरडीए की परियोजना अधिकारी अस्मिता ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण चौधरी, उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक अनिल कौशल, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक अशोक कुमार, जिला बाल संरक्षण इकाई के अध्यक्ष तिलक राज आचार्य, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी पूर्ण चंद कटोच, जिला योजना अधिकारी अरुण चौधरी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।