न्यूयॉर्क। आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए भारत सरकार द्वारा बनाए गए 7 डेलिगेशन अलग-अलग देशों में जा रहे हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर की अगुवाई में एक डेलिगेशन अमेरिका पहुंचा है।
अमेरिका में मौजूद भारतीय वाणिज्य दूतावास में शशि थरूर ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखा। कांग्रेस सांसद ने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, मैं सरकार के लिए काम नहीं करता। मैं एक विपक्षी पार्टी के लिए काम करता हूं। कुछ दिनों पहले मैंने खुद एक लेख लिखा था,जिसमें कहा गया था कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ न सिर्फ जोरदार तरीके से बल्कि समझदारी के साथ हमला किया जाए।
शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पर क्या कहा? मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत ने बिल्कुल यही किया। हमारी सेना ने पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए। हमने कार्रवाई के लिए रात का वक्त इसलिए चुना ताकि किसी निर्दोष नागरिक को क्षति न पहुंचे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों की जान ली। इस हमले के पीछे भारत में हिंदू-मुस्लिम एकता को नष्ट करना था, लेकिन देशवासियों ने एकजुट होकर इस हमले की खिलाफत की। शशि थरूर ने कहा कि “भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा, वह जवाब देगा।
अमेरिका ने भी आतंकवाद को झेला है : इसके अलावा, न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “हम 9/11 स्मारक पर यह संदेश देने गए थे कि न्यूयॉर्क ने भी 20 साल पहले आतंकी हमला झेला था और हमारा भी यही अनुभव है। हम चाहते हैं कि वे समझें कि एकजुटता की जरूरत है। हमें अमेरिका की तरह दुनिया को यह संकल्प दिखाने की जरूरत है कि हम ऐसे आतंकी हमलों के खिलाफ हैं और हम कार्रवाई करेंगे।”
शशि थरूर के अलावा डेलिगेशन में भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता और तेजस्वी सूर्या के साथ-साथ एलजेपी (रामविलास) की शांभवी चौधरी, टीडीपी के जीएम हरीश बालयोगी, शिव सेना के मिलिंद देवड़ा, जेएमएम के सरफराज अहमद और अमेरिका में पूर्व राजदूत तरणजीत सिंह संधू शामिल हैं।