पैंशनर्स संयुक्त मंच के जिला स्तरीय संघर्ष को हिमायत की
लुधियाना : 16 जुलाई :
पंजाब में काम करते मान भत्ता वर्करों, अस्थाई मुलाजिमों, रैगुलर मुलाजिमों तथा पैंशनर्स की मांगों संबंधी आप सरकार द्वारा की जा रही टालमटौल के खिलाफ पंजाब-यूटी मुलाजिम तथा पैंशनर्स संयुक्त फ्रंट द्वारा स्थानीय पैंशनर्स भवन में प्रदेश स्तरीय बैठक की गई।
संयुक्त फ्रंट नेता सतीश राणा, जरमनजीत सिंह, रणजीत राणवां, सुखदेव सिंह सैनी, बाज सिंह खैहरा, ठाकुर सिंह, प्रेम सागर शर्मा, अविनाश चंद्र शर्मा, कुलवरन सिंह व विक्रमजीत ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पेश किया गया प्रथम बजट विधानसभा चुनावों से पहले मान भत्ता वर्करों, अस्थाई मुलाजिमों, रैगुलर मुलाजिमों तथा पैंशनर्स के साथ किए गए वादों के बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले मौजूदा वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आम आदमी पार्टी द्वारा अपनी संगरूर स्थित रिहायश तथा संयुक्त फ्रंट के विशाल वफद को भरोसा दिया गया था कि उनकी सरकार बनने पर मान भत्ता वर्करों के पारिश्रमिक में वृद्धि की जाएगी, अस्थाई व ठेका मुलाजिम पक्के किए जाएंगे, 6वें वेतन आयोग को संशोधित कर मुलाजिम व पैंशनर्स पक्षीय बनाया जाएगा, पैंशनर्स की पैंशन दोहराई 2.59 के गुणांक के साथ की जाएगी, पुरानी पैंशन स्कीम बहाल की जाएगी, परख काल संबंधी 15 जनवरी 2015 का नोटिफिकेशन रद्द किया जाएगा, 17 जुलाई 2020 के बाद भर्ती मुलाजिमों पर भी पंजाब के स्केल लागू किए जाएंगे, ग्रामीण भत्ता तथा बार्डर एरिया भत्ते समेत काटे गए 37 किस्मों के भत्ते, एसीपी आदि बहाल किए जाएंगे तथा रोके गए 6 प्रतिशत महंगाई भत्ते की किस्तें जारी की जाएंगी। नेताओं ने कहा कि इसी तरह के भरोसे उनके द्वारा बतौर वित्त मंत्री 9 जून को चंडीगढ़ में संयुक्त फ्रंट के साथ हुई बैठक में भी दिए गए थे पर अभी तक सरकार द्वारा उनका कोई मसला हल नहीं किया गया। जिस कारण पंजाब के मुलाजिमों, पैंशनर्स, अस्थाई मुलाजिमों तथा मान भत्ता वर्करों को पुन: संघर्ष का मार्ग अपनाना पड़ रहा है।
संयुक्त फ्रंट नेता हरभजन पिलखनी, हरदीप टोडरपुर, कर्मजीत बीहला, गुरमेल सिंह मैडले, भूपेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र राम, प्रेम चावला व मक्खन वाहिदपुरी ने कहा कि संयुक्त फ्रंट द्वारा पंजाब सरकार की टाल मटौल वाली नीति के खिलाफ 7 अगस्त को देश भगत यादगार हाल जालंधर में प्रदेश स्तरीय कनवैंशन की जाएगी। जिसमें भविष्य के बड़े संघर्ष संबंधी ऐलान किए जाएंगे। इस मौके पर संयुक्त फ्रंट ने 29 जुलाई को पैंशनर्स के संयुक्त मंच द्वारा किए जा रहे जिला स्तरीय संघर्ष का समर्थन करते हुए इनमें बढ़चढ़ कर शमूलियत करने का फैसला भी किया। इस मौके पर बलकार सिंह वलटोहा, कुलदीप सिंह दौडक़ा, देवराज, राजेन्द्र सिंह बाबा एवं चरण सिंह सराभा उपस्थित थे।