चंडीगढ़, 8 जुलाई
पंजाब में विजिलेंस ब्यूरो ने एक करोड़ रिश्वत मांगने वाले इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी विशाल चौहान को गिरफ्तार कर लिया। इस रिश्वत मामले का भंडाभोड़ शिकायतकर्ता द्वारा सीएम हेल्पलाइन के जरिए किया गया। उसे फारेस्ट अधिकारी द्वारा झूठे केस में फंसाने का प्रयास किया गया।
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने 2 जून को मोहाली के डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और ठेकेदार हरमिंदर सिंह हमी को करप्शन केस में पकड़ा था। इनसे पूछताछ में पता चला कि रिश्वतखोरी के धंधे में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी विशाल चौहान भी शामिल है। जिसके बाद विजिलेंस ने उसे केस में नामजद कर लिया। जांच में पता चला कि सेक्टर 10 चंडीगढ़ के रहने वाले दविंदर संधू के पास गांव मसौल और टांडा में 100 एकड़ जमीन है। इसका कुछ हिस्सा पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट के अधीन आती है।
कॉलोनाइजर दविंदर संधू के पिता कर्नल बलजीत संधू और उनके कर्मचारी तरसेम सिंह के खिलाफ एक शिकायत पुलिस तक पहुंची। रेंज अफसर रणजोध सिंह ने यह शिकायत दी। उन्होंने दविंदर संधू को बताया कि यह शिकायत डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और शिवालिक सर्कल के कंजरवेटर (वनपाल) विशाल चौहान के कहने पर दी है। संधू इन दोनों से मिलकर बात कर ले वर्ना उन पर एफआईआर दर्ज हो जाएगी। इसके बाद दविंदर संधू की ठेकेदार हमी और डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह के साथ डेढ़ घंटा बातचीत हुई। संधू ने ठेकेदार के कहने पर डीएफओ को 2 लाख रुपए का पैकेट दिया। डीएफओ ने कहा कि बाकी पैसों के बारे में वह चौहान से बात कर उसे बता देगा। संधू ने पूरे मामले की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली।
इसके बाद ठेकेदार हमी ने संधू से संपर्क किया। उसने बताया कि उसकी और डीएफओ की कंजरवेटर चौहान से बात हो चुकी है। प्रोजेक्ट की शुरूआत करनी है तो पहले एक करोड़ रुपए देने होंगे। फिर हर महीने 10 लाख रुपए और जो भी जमीन बिकेगी, उसमें से 5 लाख रुपए देने होंगे। हालांकि संधू इसके लिए सहमत नहीं हुआ। दविंदर संधू ने इसकी शिकायत सीएम भगवंत मान की हेल्पलाइन पर भेज दी। जिसके बाद पहले डीएफओ और ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया।
जांच में पता चला कि इंडियन फॉरेस्ट सर्विस आफिसर चौहान ने दबाव डालकर दविंदर संधू के पिता पर केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद दविंदर संधू को भी इसमे नामजद करने को कहा। जिसके लिए चौहान ने खुद टाइप की एक शिकायत भी दी। जिसके बाद विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
विशाल चौहान गिरफ्तार : 1 करोड़ रिश्वत मामले में,
Jul 08, 2022