होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : सीनियर पत्रकार एवं समाजसेवी संजीव कुमार ने पंजाब की बिगड़ती वित्तीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति और बिना सोचे-समझे लागू की गई मुफ़्त योजनाओं ने पंजाब को दिवालियेपन की कगार पर पहुँचा दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ़्त यात्रा योजना ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को गम्भीर नुकसान पहुँचाया है। “अमीर घरों की महिलाएँ भी टैक्सदाताओं के पैसों पर मुफ़्त सफ़र कर रही हैं, जो केवल वोटों की राजनीति है।
संजीव कुमार ने यह भी बताया कि सक्षम परिवारों को दी जा रही मुफ़्त बिजली का दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को ऐसी योजनाओं की समीक्षा कर इन्हें सब्सिडी-आधारित बनाना चाहिए, ताकि केवल ज़रूरतमंद लोगों को ही लाभ मिल सके।
उन्होंने चेतावनी दी कि जब पंजाब विधानसभा चुनावों में लगभग एक वर्ष शेष है, राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक महिला को ₹1000 प्रतिमाह देने की योजना बनाई जा रही है। यह कदम पंजाब के लिए बेहद विनाशकारी होगा क्योंकि राज्य पहले से ही लगभग 4 लाख करोड़ रुपये के कर्ज़ के बोझ तले दबा हुआ है।
संजीव कुमार ने यह भी कहा कि पंजाब के सरकारी कर्मचारी समय पर महंगाई भत्ते की किस्तें नहीं पा रहे हैं, संशोधित वेतनमान के एरियर बकाया हैं और अगला वेतनमान भी अगले वर्ष देना शेष है, जिससे वित्तीय संकट और गहरा जाएगा।
“यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। पंजाब को फ़्री की राजनीति नहीं, बल्कि मज़बूत आर्थिक सुधारों की आवश्यकता है। जनता को चाहिए कि ऐसी अव्यवहारिक मुफ़्त योजनाओं का समर्थन करने वालों को हतोत्साहित करे,” संजीव कुमार ने अपील की।
