एएम नाथ : भाजपा विधायक इंद्र दत्त लखनपाल के नागरिक अस्पताल बड़सर के भवन निर्माण पर पूछे सवाल को लेकर मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि बड़सर में तेजी से काम चल रहा था। वो उधर गए और एक्सीडेंट हो गया। इस तरफ ही होते तो अभी निर्माण तक हो जाना था। मुख्यमंत्री के इस बयान पर विपक्ष ने आपत्ति जताई।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत किया। इस दौरान विधायक ने भी पलटवार करते हुए कहा कि मैं रोबोटिक सर्जरी नहीं मांग रहा हूं, अस्पताल में कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर तो सरकार मुहैया कराए। प्रश्नकाल के दौरान विधायक ने बड़सर अस्पताल का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि नागरिक अस्पताल का भवन कब तक बन जाएगा। उन्होंने कहा कि सदन में जो जानकारी रखी है, वह अधूरी है। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं हैं। विशेषज्ञों के न होने के कारण मरीजों को हमीरपुर और बिलासपुर एम्स रेफर किया जा रहा है।
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि नागरिक अस्पताल बड़सर को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। एक से डेढ़ सप्ताह में यहां पर विशेषज्ञ डाॅक्टर की तैनाती कर दी जाएगी। प्रत्येक आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में 6 विशेषज्ञ डॉक्टर, 8 स्टाफ नर्सेज, 2 ऑपरेशन थियेटर सहायकों की नियुक्ति सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। संस्थानों में मशीनरी और उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया भी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल के स्वास्थ्य मानक राष्ट्रीय स्तर से बहुत बेहतर हैं।
मुख्यमंत्री ने विधायक सुधीर शर्मा के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि 28 विभागों, बोर्डों और निगमों में उपलब्ध करवाई गई सूचना के अनुसार दो वर्षों में सरकार की ओर से केवल महिला एवं बाल विकास निदेशालय के अंतर्गत समाज कल्याण बोर्ड को बंद किया गया है। समाज कल्याण बोर्ड में कुल सृजित पदों की बात करें तो समूह -क में 1, समूह ग में 193 और समूह घ में 12 पदों को मंजूर किया गया। यानी कुल 206 पद सृजित किए गए। इनमें से भरे हुए पदों की संख्या 23 रही है। इनमें 22 कर्मचारी और एक अधिकारी हैं। बोर्ड के बंद होने के बाद किसी भी पद को समाप्त नहीं किया गया है। सभी 22 कर्मचारियों को महिला एवं बाल विकास व अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक में प्रतिनियुक्ति दी गई है।