एएम नाथ। शिमला : शैक्षणिक भ्रमण पर विदेश जाने वाले शिक्षकों के लिए नए नियम बनेंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार के निर्देशों पर शिक्षा विभाग ने इस बाबत कसरत शुरू कर दी है। इसी वर्ष दो चरणों में विभिन्न श्रेणियों के 100-100 शिक्षक सिंगापुर भेजे गए थे। शिक्षकों के चयन पर खूब सवाल भी उठे। ऐसे में अगले वर्ष किस आधार पर शिक्षकों का चयन किया जाना है, इसको लेकर नियम तैयार किए जा रहे हैं। शिक्षा सचिव इन नियमों को अंतिम रूप देकर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की मंजूरी को भेजेंगे।
शिक्षकों को उनके शिक्षण कौशल में सुधार के लिए एक्सपोजर विजिट पर विदेश भेजा जाता है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिन शिक्षकों ने शिक्षा के स्तर को मजबूत करने में पहले योगदान किया है। जिनका प्रदर्शन अन्य शिक्षकों के मुकाबले बेहतर रहेगा, उन्हें ही विदेश भेजने की सिफारिश की जाएगी। इसके अलावा कई अन्य नियम भी तैयार किए जा रहे हैं। उच्च अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर विदेश जाने की जुगत बैठाने वालों के नाम पर विचार भी नहीं किया जाएगा। तय नियमों पर खरा उतरने वाले शिक्षकों को ही प्राथमिकता मिलेगी।
विद्यार्थियों के लिए एक्सपोजर विजिट पर मौका : प्रदेश के विद्यार्थियों को भी अब एक्सपोजर विजिट पर विदेश भेजा जाएगा। शिक्षकों की तर्ज पर अब विद्यार्थियों के लिए भी इस व्यवस्था को शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर शिक्षा विभाग इस बाबत प्रस्ताव बनाने में जुट गया है। शिक्षा विभाग दसवीं और बारहवीं के मेधावी छात्रों को हर साल देश के विभिन्न हिस्सों और विदेश में एक्सपोजर विजिट पर भेजेगा। एक्सपोजर विजिट पर मेधावी छात्रों को भेजने के लिए भी मापदंड तैयार किए जाएंगे। दसवीं और बारहवीं कक्षा से 20-20 छात्रों को भेजा जाएगा। इसके अलावा खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों, एनसीसी, एनएसएस और भारत स्काउट एंड गाइड से 10 छात्रों का चयन एक्सपोजर विजिट के लिए किया जाएगा।