गढ़शंकार। प्रदेश में शिक्षा का स्तर बहुत ही निचले स्तर का है। जिसका मुख्य कारण स्कूलों में पूरा स्टाफ का न होना है। यह शब्दआदर्श सोशल वैल्फेयर सोसायटी पंजाब के संस्थापक अध्यक्ष सतीश कुमार सोनी ने कहे। उन्होंने ने कहा कि पिछली सरकारों में शिक्षा का स्तर स्कूलो मे काफी निचले स्तर का होकर रह गया है। जिस कारण माता-पिता अपने बच्चों को माडल स्कूलों में भेजना पसंद करते हैं। जिस कारण उन्हें प्राइवेट स्कूलों की मनमर्जी तथा लूट खसोट का शिकार होना पड़ रहा है। जिसके लिए जिम्मेदार पिछली प्रदेश सरकारें थीं। जबकि आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, प्रदेश की जनता को थोड़ी उम्मीद जरुर बनी है कि कुछ सुधार होगा, पर यह तब तक संभव नहीं है, जब तक स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते तथा सरकारी स्कूलों के प्रति आम जनता का विश्वास पुन: विकसित करने के लिए जमीनी स्तर पर काम नहीं किया जाता। आज हालात यह है कि आम लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना अपनी अपमान महसूस करने लग पड़े हैं पर नौकरी तथा अन्य सुविधाएं सरकारी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज जरुरत है कि प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को टॉप लैवल तक लेकर आए, यह तभी सं है जब प्रदेश सरकार सुनिश्चित करे कि वहां पूरा तथा अनुभवी स्टाफ हो। इसमें सरकारी मुलाजिम से लेकर मंत्रियों तक को सरकारी स्कूलों के प्रति विश्वनीयता पैदा होनी होगी। उन्होंने कहा कि उच्च पद प्राप्त अथवा सरकारी नौकरी करने वाला यदि अपने बच्चे को सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए नहीं भेजता है, तो उससे सरकारी सुविधा वापस ले ली जाए।
सरकारी नौकरी करने वाला यदि अपने बच्चे को सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए नहीं भेजता है, तो उससे सरकारी सुविधा वापस ले सरकार
Mar 29, 2022