गढ़शंकर: पंजाब में काग्रेस की सरकार ने 2017 में सत्ता पर काबिज होते ही सबसे पहले प्रदेश के 800 स्कूल बंद कर दिए और उसके बाद अध्यापकों के रिक्त पदों की और ध्यान ना देकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह शब्द मुकेश राणा ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहे। उन्होंने कहा कि इसकी उदाहरण सरकारी सीनियर सैकंडरी सकूल बीनेवाल है। जिसमें तीस अध्यापकों के पद है लेकिन सिर्फ बारह अध्यापक तैनात है और अठारह पद रिक्त पड़े है। दस मास्टर केडर के अध्यापकों की कमी है तो गणित के तीन अध्यापक के पद है और तीनों रिक्त पड़े है। लैकचरार के पद नौ है लेकिन तीन ही लैकचरार है। अहम विषयों राजनीतिक विज्ञान, अर्थ शासत्र, गणित, पंजाबी व अंग्रेजी के लैकचरार भी नही है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों की और तुरंत ध्यान देते हुए बड़े स्त्तर पर अध्यापकों व लैकचरारों की भर्ती करनी चाहिए और बीनेवाल स्कूल में शीध्रता अध्यापकों व लैकचरारों को तैनात करना चाहिए ताकि बिधार्थियों के भविष्य को वचाया जा सके।