चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के सस्पेंडेड DIG हरचरण सिंह भुल्लर और उनके बिचौलिए कृष्ण शारदा को CBI कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपी पिछले 14 दिनों से ज्यूडिशियल कस्टडी में थे। CBI ने भुल्लर के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में तेजी लाते हुए 300 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की।
वहीं, इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने भी भुल्लर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। CBI ने भुल्लर और उनके बिचौलिए कृष्णा को 16 अक्टूबर 2025 को गिरफ्तार किया था। दोनों पर मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप डीलर आकाश बट्टा से 8 लाख रुपये की रि श्वत मांगने का आरोप है।
चार्जशीट में दाखिल हुईं कई बातें
CBI ने अपनी जांच के दौरान दोनों आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर बातें उजागर की हैं। बिचौलिए कृष्णा के घर से मिली डायरी में पंजाब के कई वरिष्ठ अधिकारियों और बैंकरों के नाम व बैंक खाते के नंबर पाए गए, हालांकि जांच टीम ने फिलहाल इन्हें चार्जशीट में शामिल नहीं किया है।
चार्जशीट में कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर की धारा 61(2) और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट, 1988 की धारा 12 का भी उल्लेख किया गया है। इसके अलावा, शिकायतकर्ता आकाश बट्टा के आधार पर PC एक्ट की धारा 7 और 7A के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भारी संपत्ति की बरामदगी
जांच के दौरान CBI ने भुल्लर के फार्महाउस से 7.32 करोड़ रुपये कैश, करीब 2.5 किलोग्राम सोने के गहने, 24 महंगी घड़ियां, और विदेशी शराब की कई बोतलें जब्त की हैं।
