एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में विगत दिनों सीबीआई को रिकॉर्ड देने से इन्कार करने के बाद एसपी कार्यालय में मामले से जुड़ा रिकॉर्ड केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
एसआईटी ने जांच से संबंधित रिकॉर्ड को क्रमबद्ध संग्रहित करने का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि रिकॉर्ड में हजारों पन्नों का रिकॉर्ड है। सूत्रों के मुताबिक विमल नेगी के मामले में पुलिस ने पावर कॉरपोरेशन से लेकर ऊर्जा विभाग तक से भी रिकॉर्ड कब्जे में लिया था। जांच से जुड़ी रिपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जुटाए गए हैं।
हजारों पन्नों का रिकॉर्ड होने के कारण इसे सौंपने में दो से तीन का समय लग सकता है। केंद्रीय जांच एजेंसी जहां नेगी की मौत के कारणों की जांच करेगी, वहीं दोनों एसआईटी और बिलासपुर जिला पुलिस भी जांच की जद में है। इसकी मुख्य वजह यह है कि पुलिस महानिदेशक ने हाईकोर्ट में दायर हलफनामे में जांच को लेकर कई प्रकार के गंभीर सवाल उठाए हैं। विमल नेगी के शव से पेन ड्राइव गायब होने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही उसका डाटा डिलीट करने की बात भी जांच में आई है। परिजनों का आरोप है कि विमल नेगी के मोबाइल को लेकर भी जांच टीम अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाई है।