अमृतसर । एनआरआई परमिंदर सिंह और उनके 93 वर्षीय पिता सुरजीत सिंह ने पंजाब पुलिस के सेवानिवृत एएसआइ लाल बहादुर और उसके बेटे विश्वजीत पर 13.50 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता ने डीजीपी गौरव यादव और सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपित ने उन्हें हरियाणा के सोनीपत के कुंडली बार्डर पर पुरानी कारें डंप करने के नाम पर फैक्ट्री लगाने का झांसा देकर यह राशि ठगी है।
मामले की पैरवी कर रहे वकील नवीन महाजन ने बताया कि शिकायत के साथ सभी दस्तावेज और पैसे के लेनदेन के सुबूत पुलिस को सौंपे गए हैं। यूके निवासी सुरजीत सिंह गिल ने बताया कि वह अमृतसर के रंजीत एवेन्यू के ई ब्लाक में रहते हैं और एएसआइ लाल बहादुर के साथ उनकी दोस्ती थी।
लाल बहादुर ने अपने बेटे के साथ मिलकर उन्हें फैक्ट्री लगाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद उन्होंने अपनी और अपने बेटे की कमाई का 13.50 करोड़ रुपये उन्हें दे दिया। दोनों ने कुछ समय बाद सोनीपत के कुंडली बार्डर के पास जमीन खरीदने की बात कहते हुए पैसे लिए थे।
शक होने पर जब उन्होंने हरियाणा स्थित कुंडली में खरीदी गई जमीन के दस्तावेज जांचे तो पता चला कि वह जगह खरीदी नहीं गई बल्कि दिल्ली निवासी ईश्वर चंद और सतीश कुमार शर्मा के नाम पर लीज पर है। वकील नवीन महाजन ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ कुडली थाने में इसी वर्ष धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज है।
एक एफआईआर करोल बाग नई दिल्ली निवासी ईश्वर चंद्र के बेटे सतीश चंद्र ने दर्ज करवाई हैं। वहीं, लाल बहादुर ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। हरियाणा में दर्ज की गई एफआइआर के संबंध में कहा कि उन्होंने हाई कोर्ट से जमानत ले रखी है।