संगरूर : संगरूर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां काली माता मंदिर में गंजेपन के इलाज के लिए लगाया गया एक कैंप लोगों के लिए आफत बन गया। दरअसल, सैकड़ों लोग अपने बालों की समस्या का समाधान पाने के लिए इस फ्री हेयर ट्रीटमेंट कैंप में पहुंचे थे. लेकिन, इलाज के लिए उनके सिर पर दवा लगाने से आंखों में गंभीर संक्रमण हो गया. इससे 65 लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए, जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल की ओपीडी में भर्ती कराया गया है.
सिविल सर्जन डॉ. संजय कामरा ने बताया कि घटना के बाद जांच टीम गठित कर दी गई है।
फ्री हेयर ट्रीटमेंट कैंप बना मुसीबत, तेल लगाने के बाद आई परेशानी
जानकारी के अनुसार, यह कैंप बाल झड़ने की समस्या का समाधान देने का दावा कर रहा था. आयोजन में लोगों को एक विशेष तेल दिया गया, जिसे लगाने और धोने के बाद कई लोगों की आंखों में जलन, लाली और तेज दर्द की शिकायतें शुरू हो गईं. डॉक्टरों का कहना है कि इस तेल में कोई हानिकारक केमिकल हो सकता है, जिससे ये समस्याएं हुई हैं। डॉ. कमरा ने बताया कि इस कैंप के लिए स्थानीय प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी, जबकि इसमें करीब 1,000 लोग शामिल हुए. प्रशासन अब यह पता लगाने में जुटा है कि यह आयोजन किसके निर्देश पर किया गया और इसमें कौन-कौन शामिल था।
आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में तेजिंदर पाल सिंह (जेपी कॉलोनी, संगरूर) और अमनदीप सिंह (बिलासपुर गांव, लुधियाना) को आरोपी बनाया गया है. तेजिंदर पाल सिंह पेशे से वकील हैं, जबकि अमनदीप सिंह एक नाई है। इस मामले में पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 124 (तेजाब आदि से जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना) और ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।