शिमला : हिमाचल प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा माने जा रहे स्कॉलरशिप घोटाले में ईडी ने भी जांच तेज कर दी है। करीब 250 करोड़ के स्कॉलरशिप घोटाले की जांच पिछले करीब 4 साल से सीबीआई कर रही है और अब तक 8 चार्जशीट दायर कर चुकी है। उक्त मामले में गिरफ्तारियां भी हो चुकी है और हाइकोर्ट भी संज्ञान ले चुका है।
250 करोड़ का स्कॉलरशिप घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है तो अब ईडी भी इसकी जांच में शामिल हो गई है। ईडी ने इस सिलसिले में मंगलवार को हिमाचल सहित कई राज्यों में छापेमारी की है। इस घोटाले के तार पड़ोसी राज्यों के साथ भी जुड़े हुए हैं। मंगलवार को ईडी ने हिमाचल के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी रेड की है।
यह मामला हाईकोर्ट में भी चल रहा है। सीबीआई ने हिमाचल हाईकोर्ट के समक्ष सील्ड कवर में रिपोर्ट पेश की है। हाईकोर्ट ने पिछले साल इस मामले में सीबीआई की सुस्त जांच पर एजेंसी को फटकार भी लगाई थी। उसके बाद जांच में तेजी आई है. इस मामले के तार कई राज्यों और कई दलालों से जुड़े हैं, लिहाजा वैज्ञानिक जांच के लिए डिजिटल सबूतों को जुटाने में समय लग रहा है। पिछले साल अप्रैल महीने में 4 तारीख को हाईकोर्ट ने जब सीबीआई को फटकार लगाई थी तो चार दिन बाद ही 8 अप्रैल को जांच एजेंसी ने घोटाले से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई 2014 यानी नौ साल से जांच कर रही है। सीबीआई अब तक हाईकोर्ट में मामले की जांच को लेकर सात स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है।
दरअसल साल 2019 में बीजेपी सरकार के दौरान जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के छात्रों ने छात्रवृत्ति ना मिलने की शिकायत की थी. जिसके बाद लाहौल स्पीति से तत्कालीन मंत्री और विधायक रामलाल मारकंडा ने इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद सरकार के कान खड़े हुए और इस घोटाले की जांच शुरू हुई. बीजेपी की जयराम सरकार ने उसी साल जांच सीबीआई को सौंपी थी. सीबीआई अब तक इस मामले में 8 चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।