होशियारपुर, 21 दिसंबर : कैबिनेट मंत्री पंजाब ब्रम शंकर जिंपा ने आज जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से स्पैशल बच्चों के लिए शुरु किए गए एक अनूठे प्रोजैक्ट ‘विंग्स’ का उद्घाटन किया, जिसके अंतर्गत होशियारपुर में जिला रैडक्रास सोसायटी के कार्यालय के अलावा तीन प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में स्पैशल बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष कैंटीनें खोली गई है। उन्होंने कहा कि जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से विशेष बच्चों के हौंसलों को ‘विंग्स’ प्रोजैक्ट के माध्यम से उड़ान दी गई है और यह विशेष बच्चे खुद कैंटीने चला कर आत्म निर्भर बनेंगे। उन्होंने जिला रैडक्रास सोसायटी कार्यालय, सरकारी कालेज, सरकारी आई.टी.आई व स्वामी सर्वानंदगिरी रिजनल इंस्टीट्यूट पंजाब यूनिवर्सिटी के रिजनल सैंटर में इन कैंटीनों का उद्घाटन कर स्पैशल बच्चों का हौंसला बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने सभी कैंटीनों को चलाने वाले स्पैशल बच्चों को ट्रेनिंग पीरियड का 5100-5100 रुपए मानभत्ता भी प्रदान किया। इस मौके पर उनके साथ डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, मेयर सुरिंदर कुमार, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीन सैनी, जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव मंगेश सूद भी मौजूद थे।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विशेष जरुरतों वाले बच्चों को आत्म निर्भर बनाने के लिए जिला रैडक्रास सोसायटी ने जो प्रोजैैक्ट शुरु किया है, शायद ही पूरे देश में ऐसा प्रोजैक्ट कहीं होगा। उन्होंने बताया कि बच्चों को बाकायदा ट्रेनिंग देकर इस कैंटीन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इन बच्चों का हौंसला बढ़़ाए और आत्म निर्भरता के रुप में उनकी ओर से बढ़ाए गए कदम में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि स्पैशल बच्चों के लिए खोली गई इन कैंटीनों का उद्देश्य ही बच्चों को उनके पैरों पर खड़ा कर समाज की मुख्य धारा के साथ जोडऩा है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उन्हें यहां आकर बहुत खुशी महसूस हुई है और इसके लिए जिला रैडक्रास सोसायटी की पूरी टीम प्रशंसा की पात्र है।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से शहर के 4 प्रमुख स्थानों जिनमें से तीन शैक्षणिक संस्थानों में यह कैंटीन बनाई गई है। जिसमें आत्म देव आत्म सुख आश्रम व जे.एस.एस आशा किरण स्पैशल स्कूल के 21 बच्चों में से 8 बच्चों को शार्ट लिस्ट किया गया और इनकी ढाई महीने की सर्विस, हास्पीटैलिटी, करंसी पहचानने, यू.पी.आई संबंधी ट्रेनिंग दी गई, जिसके बाद आज हर कैंटीन में दो स्पैशल बच्चे आत्म निर्भर होकर तैयार हैं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों को अपील करते हुए कहा कि वे इन बच्चों को स्पोर्ट करें ताकि इनका मनोबल बढ़े और यह सक्षम होकर इन कैंटीन शॉप का संचालन करें। इनमें और आगे बढऩे की ललक पैदा हो। उन्होंने बताया कि कैंटीन चलाने वाले सभी स्पैशल बच्चों का बैंक खाता भी खुलवा दिया गया है, जिसमें इनका मासिक वेतन डाला जाएगा।
इस मौके पर जिला विकास फैलो जोया सिद्दीकी, परमजीत सिंह सचदेवा, कर्नल(रिटा.) मंदीप ग्रेवाल, आई.जे.एम.एस. सिद्धू, आज्ञापाल सिंह साहनी, जे.एस चौहान, शैली शर्मा, पार्षद प्रदीप बिट्टू, कैरियर काउंसलर आदित्य राणा, राजीव बजाज, कुमकुम सूद, कर्मजीत आहलूवालिया, आशा अग्रवाल, कीर्ति जे. सिंह, डॉली चीमा, सर्बजीत सिंह, प्रेम सैनी, प्रीति सिंह के अलावा सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख व स्टाफ भी मौजूद था।
स्पैशल बच्चों को आत्म निर्भर बनाने के लिए रैडक्रास सोसायटी का अनूठा प्रयास : 8 स्पैशल बच्चों को ढाई महीने ट्रेनिंग के बाद सौंपी गई कैंटीन
Dec 21, 2023