अमृतसर : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वर्ण मंदिर के संबंध में धमकी भरे ई-मेल भेजने के ‘अक्षम्य’ अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिलाने का मंगलवार को संकल्प लिया।
मान ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद कहा, “दुनिया भर से लोग इस पवित्र स्थान पर आते हैं और अपने परिवार तथा दोस्तों की तरक्की एवं सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं। हम किसी को भी इस पवित्र स्थान के संबंध में धमकी देने की अनुमति कैसे दे सकते हैं?”
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कहा था कि उसे स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी वाले ईमेल मिले हैं। पुलिस ने धमकी भरे ईमेल के सिलसिले में पिछले हफ्ते हरियाणा के फरीदाबाद से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को हिरासत में लिया था।
मान ने कहा कि राज्य सरकार मामले की गहन जांच कर रही है और उसे महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। उन्होंने कहा कि मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा, क्योंकि पुलिस ने दोषियों की पहचान कर ली है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सबूतों का वैज्ञानिक सत्यापन जारी है और इसके पूरा होने पर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को लेकर सतर्क है, जहां रोजना लाखों श्रद्धालु आते हैं।
मान के मुताबिक, राज्य सरकार ने एसजीपीसी से भी मामले में अहम सुराग देने को कहा है।
उन्होंने कहा कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अमृतसर की सुरक्षा पहले ही बढ़ा दी गई है।
मुख्यमंत्री ने तीर्थयात्रियों से अपील की कि वे धमकी भरे ईमेल से घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और ऐसे मामलों से निपटने में सक्षम है।
मान ने कहा कि अपराधी दुनिया के किसी भी कोने में छिप जाएं, वे बच नहीं पाएंगे और उनकी सरकार उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।
उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार का परम कर्तव्य है और इसे पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।