एएम नाथ। धर्मशाला, 05 अक्तूबर। समर्थ 2024 के अंतर्गत चल रहे अभियान के तहत आज जिला सचिवालय में जिला कांगड़ा के 30 सरकारी डिग्री कॉलेजों के आपदा प्रबंधन समन्वयकों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार ने समर्थ के तहत प्रस्तावित कार्यक्रमों की जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों को 13 अक्टूबर 2024 को ‘हर घर दस्तक’ अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेना अनिवार्य है। यह अभियान अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने इस पहल की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह समुदाय को सुदृढ़ और सुरक्षित भवन निर्माण प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
उन्होंने कॉलेज के प्रोफेसरों को सलाह दी कि वे अपने कॉलेज से 50 छात्रों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित करें और इन छात्रों को 4-5 सदस्यों के समूहों में नजदीकी गांवों और कस्बों में कम से कम 300 घरों तक पहुंचाने के लिए तैनात करें। उन्होंने यह भी बताया कि यह अभियान जिले भर में लगभग 1.5 लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखता है। इस दौरान सुरक्षित भवन निर्माण प्रक्रियाओं पर जानकारी और शैक्षणिक सामग्री प्रोफेसरों को वितरित की गई, जिसका उपयोग वे अपने जागरूकता अभियानों में करेंगे। कॉलेजों को यह भी निर्देश दिए गए कि वे इस अभियान के दौरान समुदाय के विभिन्न हितधारकों द्वारा साझा किए गए अनुभवों, अवसरों और चुनौतियों का विवरण रिपोर्ट के रूप में प्रस्तुत करें।
बैठक में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण समन्वयक भानु शर्मा और आईटी समन्वयक रॉबिन कुमार भी उपस्थित रहे। भानु शर्मा ने कॉलेजों को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन केंद्र मानते हुए उनकी अधिकतम भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि अभियान सफल हो सके। उन्होंने कहा कि ‘हर घर दस्तक’ पहल समर्थ 2024 के व्यापक प्रयासों का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कांगड़ा जिले में समुदाय की आपदा तैयारी को बढ़ावा देना है।