एएम नाथ । शिमला : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन 6 महीने से नहीं हुआ है, जिससे नए प्रदेश अध्यक्ष की चर्चा तेज हो गई है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन बीते लगभग 6 महीने से नहीं हो पाया है।
इस बीच मौजूदा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। यानी नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज है। सियासी गलियारों में इन चर्चाओं के बीच बेटे विक्रमादित्य सिंह का समर्थन करते हुए । प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश में संगठन की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाए। यह निर्णय आलाकमान के अधिकार क्षेत्र में आता है। लेकिन हिमाचल के कद्दावर नेता को ही कांग्रेस की कमान मिलनी चाहिए, ताकि पार्टी को मजबूती मिल सके।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी का अध्यक्ष महज औपचारिक नहीं होना चाहिए, बल्कि उसे मजबूत और प्रभावी होना चाहिए। पार्टी को वीरभद्र सिंह के दिखाए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है, जिन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्रवाद और गुटबाजी को कभी भी हावी नहीं होने दिया।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोग आज भी प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यों को याद करते हैं और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने की जरूरत है. पार्टी आलाकमान जल्द ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन कर प्रदेश में कांग्रेस संगठन को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लगाएगा। ताजा हालातों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि हिमाचल की सियासी फिजाओं में गुटबाजी की बू आने लगी है. हिमाचल में वीरभद्र कांग्रेस से अब सुक्खू कांग्रेस बनाने का सियासी खेल शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री अपने गुट से अपने सिपहसलार को संगठन की बागडोर देना चाहते हैं। यही वजह है कि प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हुई है. इसका क्या अंजाम होगा ये देखना होगा।