केंद्रीय विवि के साथ समन्वय स्थापित कर नई पर्यटन परियोजनाएं होंगी तैयार, पर्यटन सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभागियों को नवाजा
एएम नाथ। धर्मशाला, 27 सितंबर। पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य में पर्यटन को विकसित करने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित विभिन्न देश की विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों के साथ समन्वय स्थापित नई पर्यटन परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा ताकि हिमाचल देश ही नहीं अपितु विदेशों के लिए एक बेहतरीन पर्यटन गंतव्य के रूप में अपनी पहचान कायम कर सके।
शुक्रवार को पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला द्वारा पर्यटन सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कहा कि पर्यटन क्षेत्र प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है और इसके माध्यम से प्रदेश के हजारों परिवारों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से आजीविका प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास और अपनी प्राकृतिक सुंदरता को और बेहतर ढ़ंग से प्रदर्शित करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ, हिमाचल प्रदेश एक उत्कृष्ट वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की राह पर अग्रसर है। दूर-दूर से यात्री यहां के मनमोहक नजारों का आनन्द लेने आते हैं, जिससे प्रदेश के पर्यटन उद्योग का भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्ज्वल नजर आता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में पर्यटकों के लिए सबसे सुरक्षित पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर कर सामने आया है। आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन सूचना केंद्रों को और भी सुदृढ़ किया जाएगा ताकि पर्यटन सूचना केंद्रों के माध्यम से पर्यटकों को सुचारू जानकारी मिल सके।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए कईं महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पालमपुर के मैंझा में वैडिंग रिसॉर्ट, हेलीपोर्ट निर्माण, जिले में धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट एवं हाई एंड फाउंटेन, परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान, धर्मशाला में धौलाधार बायोडायवर्सिटी पार्क, जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर कार्य जल्द शुरु किया जाएगा। इसके साथ ही नगरोटा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर म्यूजिक फाउंटेन भी स्थापित किया जाएगा जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए साहसिक, धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन अधोसंरचना को विकसित करने के दृढ़ प्रयास कर रही है और भविष्य में सालाना पांच करोड़ पर्यटकों के स्वागत का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने पर्यटन सप्ताह पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया तथा विद्यार्थियों ने विभिन्न लोकनृत्य प्रस्तुत कर खूब समां बांधा।
इससे पहले केंद्रीय विवि के कुलपति पीके बंसल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि केंद्रीय विवि का पर्यटन विभाग पर्यटन में स्वरोजगार की दृष्टि से दस गांव चयनित करेगा चयनित गांवों के युवाओं को पर्यटन को लेकर शोर्ट टर्म कोर्सिज करवाए जाएंगे ताकि ये युवा अपने अपने क्षेत्रों में पर्यटन की दृष्टि से स्वरोजगार आरंभ कर सकें।
इस अवसर पर केंद्रीय विवि के डीन सुमन, एचओडी आशीष नाग तथा कार्यक्रम के संयोजक हरीश गौतम उपस्थित थे।