5 तहसीलदार 9 नायब तहसीलदार सस्पेंड : सीएम मान के आदेशों को न मानने वाले वालों पर गिरी गाज, सीएम ने शाम 5 वजे तक बजे तक काम पर लौटने का दिया था अल्टीमेटम

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चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सामूहिक अवकाश लेने और रजिस्ट्री न करने वाले तहसीलदारों को आज शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का समय दिया था।
बता दें कि निलंबित किए गए 5 तहसीलदारों व 9 नायब2 तहसीलदारों को सरकार का कहा नहीं माना और वे इस बात भी अड़े रहे कि वे काम तो करेंगे लेकर शुक्रवार तक रजिस्ट्री नहीं करेंगे।

तुरंत प्रभाव से तहसीलदार किए गए निलंबित : अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व अनुराग वर्मा ने सरकार का कहना न मानने वाले 14 राजस्व अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निंलबित कर दिया है। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें मोगा जिले के बाघापुराणा के तहसीलदार गुरमुख सिंह और नायब तहसीलदार भीमसेन, स्मालसर के नायब तहसीलदार अमरजीत सिंह, धर्मकोट के नायब तहसीलदार रमेश ढींगरा, बधनी कलां के नायब तहसीलदार हमीश कुमार, निहाल सिंह वाला के नायब तहसीलदार सुखविंदर सिंह , फिरोजपुर जिले के ब्लॉक गुरु हरसहाय के तहसीलदार रजिंदर सिंह, फिरोजपुर के तहसीलदार जगतार सिंह। जिला मुक्तसर साहिब के मलोट ब्लॉक के जितेंद्र पाल सिंह ,श्री मुक्तसर साहिब के तहसीलदार रंजीत सिंह खैहरा, बरिवाला के तहसीलदार परमिंदर सिंह,गिदड़बाहा के तहसीलदार कंवलदीप सिंह बराड़, गिदड़ाबाहा की नायब तहसीलदार अमृता अग्रवाल, दोदा के तहसीलदार के नायब बलविंदर सिंह शामिल हैं।

रजिस्ट्री करने से किया इनकार : निलंबन के दौरान इन सभी का कार्यालय वित्तायुक्त राजस्व कार्यालय सिविल सेक्रेटेरियट चंडीगढ़ रहेगा। राजस्व कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद अधिकांश न केवल अपने काम पर लौट आए हैं बल्कि उन्होंने रजिस्टरियों सहित सारा काम करने का भी आश्वासन दिया है। जबकि इन 14 राजस्व अफसरों ने रजिस्ट्री करने से इनकार कर दिया था।इसस पहले भगवंत मान ने लिखा, तहसीलदार अपने भ्रष्टाचारी साथियों के हक में हड़ताल कर रहे हैं पर हमारी सरकार रिश्वत के सख्त खिलाफ है। आम लोगों की मुश्किलें रोकने के लिए तहसील व अन्य अधिकारियों को तहसील के सभी कामों की जिम्मेवारी दी जा रही है ताकि लोगों के काम प्रभावित न हो सके। तहसीलदारों को सामूहिक अवकाश मुबारक लेकिन छुट्टी के बाद कहां ज्वाइन करवाना है इसका फैसला लोग लेंगे। मुख्यमंत्री भगवंत मान यही नहीं रुके।
आज शाम पांच बजे तक का दिया था अल्टीमेटम : सीएम ने सीनियर अफसरों के साथ बैठक करके इन दोनों घटनाओं की ब्रीफिंग लेने के बाद उन्होंने खरड़ और जीरकपुर तहसील जाने का फैसला लिया जहां उन्होंने हड़ताल पर गए तहसीलदारों को सख्त शब्दों में आज शाम पांच बजे तक काम पर लौटने की चेतावनी दी और कहा कि कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री की इस धमकी के बाद मोगा, मोहाली सहित कुछ जगह पर तहसीलदार काम पर लौट आए। हालांकि पंजाब रेवेन्यू एसोसिएशनके प्रधान लक्षमण सिंह रंधावा ने कहा है कि हम काम पर मौजूद हैं, सिर्फ रजिस्ट्रियों का काम बंद है और शुक्रवार तक बंद रहेगा। उन्होंने इस बात को गलत बताया कि हम अपने भ्रष्ट अफसरों के साथ खड़े हैं। रंधावा ने कहा कि हम सिर्फ यह चाहते थे कि जिन अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया जाए। जो सरकार नहीं सुन रही। अगर सरकार हमें निलंबित करना चाहती है या बर्खास्त करना चाहती है तो वह कर ले।

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