नई दिल्ली : काग्रेस नेता पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर निशाना साधा है. पवन खेड़ा ने कहा, जहां पिता गडकरी नीति बना रहे हैं. वहीं, उनके बेटे उससे पैसे कमा रहे हैं. इथेनॉल को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर यह हमला किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, साल 2018 में नितिन गडकरी ने वादा किया था कि 5 इथेनॉल उत्पादक सेंटर तैयार किए जाएंगे. लेकिन, ये सेंटर तैयार नहीं हो पाए. जो इथेनॉल बना भी रहे हैं वो गन्ने और अनाज से बनाया जा रहा है. इससे गाड़ियां डैमेज हो रहीं, पेट्रोल भी सस्ता नहीं हुआ है।
पवन खेड़ा ने बताया, 1 लीटर इथेनॉल बनाने में, 3000 लीटर पानी खर्च होता है. गडकरी जी के दो बेटे हैं. पिता नीतियां बना रहे हैं. बेटे उन नीतियों के आधार पर पैसा बना रहे हैं. निखिल गडकरी का 18 करोड़ का रेवेन्यू 1 साल में 523 करोड़ हो गया है. इथेनॉल की वजह से गाड़ियों के इंजन डैमेज हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा, किसानों को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है. उल्टा इथेनॉल बनाने के लिए उनसे सस्ते में गन्ना और अनाज लिया जा रहा है. इथेनॉल तैयार करने में पर्यावरण को भी भारी नुकसान होता है।
नितिन गडकरी पर साधा निशाना
पवन खेड़ा ने कहा, निखिल गडकरी और सारंग गडकरी दोनों मोदी सरकार में मंत्री नितिन गडकरी के बेटे हैं. नितिन गडकरी के दोनों बेटों की कंपनियां – Cian Agro Industries & Infrastructure Ltd, Manas Agro Industries And Infrastructure Ltd – इथेनॉल प्रोड्यूस करती हैं. यानी- सरकार में बैठे पिता पॉलिसी बना रहे और बेटे पैसा बना रहे हैं. निखिल गडकरी की कंपनी Cian Agro का जून, 2024 में रेवेन्यू 18 करोड़ था, जो कि जून, 2025 में बढ़कर 723 करोड़ हो गया. इस कंपनी के शेयर की कीमत जनवरी, 2025 में 37 रुपए थी, जो कि अब बढ़कर 638 रुपए हो गई है- यानी इन कीमतों में 2184% की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले 11 साल के इतिहास में कोई भी स्कीम समय से पूरी नहीं हुई, लेकिन, 2025 की समयसीमा से पहले देश ने 20% इथेनॉल मिश्रण हासिल कर लिया।
रूस के कच्चे तेल को लेकर हमला
पवन खेड़ा ने रूस के कच्चे तेल को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, देश को बताया गया कि रूस से सस्ता कच्चा तेल आ रहा है, लेकिन, जब रूस से सस्ता कच्चा तेल आया तो वहां से मोदी जी के दोस्त की रिफाइनरी में गया. फिर मोदी जी के भतीजों की कंपनी में गया, जहां इथेनॉल मिक्स हुआ. इसके बाद- दिल्ली में बैठे नरेंद्र मोदी उस तेल में टैक्स मिला देते हैं. देश से कहा गया कि इथेनॉल से माइलेज अच्छा होगा, इंजन के रख-रखाव की चिंता खत्म होगी, लेकिन नीति आयोग ने कहा कि माइलेज में 6% की गिरावट हुई है. 2023 से पहले जितने भी इंजन बने हैं, वो इथेनॉल के साथ मेल नहीं खाते हैं. इससे इंजन डैमेज हो रहे, लोगों की कमाई बर्बाद हो रही है।
पवन खेड़ा ने आगे कहा, देश की जनता की चिंता को न देखते हुए सरकार अब E30 की बात कर रही है. लोग परेशान हैं कि इंजन खराब हो रहे हैं तो नितिन गडकरी कहते हैं कि पेट्रोलियम लॉबी लोगों को डरा रही है. देश को बताया गया कि इथेनॉल से किसानों को फायदा होगा लेकिन असल में उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा, बल्कि फायदा गडकरी के बेटे जैसे लोग उठा रहे हैं. देश में जितनी भी इथेनॉल की डिस्टिलरीज हैं, वो रेड कैटेगरी में आती हैं, यानी पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में सवाल है- इथेनॉल से देश के किस वर्ग को लाभ मिल रहा है?
साथ ही वोट चोरी की बात करते हुए पवन खेड़ा ने कहा, 7 अगस्त से अब तक एक नारा पूरे देश में बुलंद हो गया है. वोट चोर, गद्दी छोड़. लेकिन, इसके पीछे क्या हो रहा है. वोट चोरी तो एक शुरुआत है. वोट चोरी तो झांकी है, अभी जेब काटना बाकी है. चुराई हुई कुर्सी में बैठकर पीएम मोदी, उनके मंत्रियों और उनके परिवार वाले क्या कर रहे है. भतीजों की पूरी फौज है।