एएम नाथ। नूरपुर : हिमाचल प्रदेश पुलिस को नशे के खिलाफ छेड़े गए अभियान में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिला कांगड़ा के नूरपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक संगठित अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह के तार दुबई तक जुड़े हैं. अब तक गिरोह के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके पास से जहां पुलिस को भारी मात्रा में नशीले पदार्थ मिले है, तो वहीं करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी पता चला है।
पुलिस के मुताबिक, 27 अक्टूबर 2024 को थाना डमटाल के अंतर्गत इंदौरा मोड़ (एनएच-44) से कुलदीप सिंह को 262 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) के साथ गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने गहन जांच की तो इस गिरोह की परतें खुली. 8 अप्रैल 2025 को राजेश कुमार और 13 अप्रैल 2025 को राज कुमार उर्फ सेठ को भी गिरफ्तार किया गया, जिसमें राज कुमार को पहले से अपराधी माना गया है।
15 अप्रैल को बलविंदर कोहल की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर पठानकोट में मोहित सिंह उर्फ टोनी के घर छापा मारा गया, जहां से 4.90 लाख रुपये नकद, 67.93 ग्राम सोना, 95.45 ग्राम चांदी, दो मोबाइल फोन तथा दो जीवन बीमा पॉलिसियां (कुल प्रीमियम 4.5 लाख रुपये) बरामद की गईं. अगले ही दिन 16 अप्रैल को गगन सरना के घर पठानकोट से 1.15 करोड़ रुपये नकद, 125 ग्राम सोना और 4 ग्राम चांदी बरामद की गई. इसके बाद 17 अप्रैल को मोहित सिंह उर्फ टोनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अब तक की कार्रवाई में कुल 262 ग्राम हेरोइन, 1.19 करोड़ रुपये नकद, 92.93 ग्राम सोना, 99.45 ग्राम चांदी, दो मोबाइल फोन, दो बीमा पॉलिसियां, 52.52 लाख रुपये बैंक खातों में जमा राशि, दो कार (वर्ना) और विभिन्न संपत्ति व बैंक दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं।
जमानत पर छूटने के बाद से है फरार
जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी नशे से अर्जित धन को बीमा, सोना, गाड़ियां और संपत्ति में निवेश कर रहे थे. हैरानी की बात यह रही कि बलविंदर कोहल का पुत्र विशाल कोहल वर्ष 2023 के NDPS मामले में आरोपी था, जिसमें 131.14 ग्राम हेरोइन और 1.04 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे. वह फिलहाल माननीय हाईकोर्ट से जमानत पर छूटने के बाद फरार है. पुलिस अब तक लगभग 3 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति और नकदी की जानकारी जुटा चुकी है और आगे की जांच में संपत्ति कुर्की और वित्तीय लेनदेन की परतें खंगाली जा रही हैं।