अमृतसर। हरजिंदर सिंह धामी एक बार फिर से शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष चुने गए हैं। उन्होंने 104 वोट मिले। जबकि दूसरी ओर से चुनाव लड़ रही बीबी जगीर कौर को 42 वोट पड़े। हरजिंदर सिंह धामी बादल परिवार के काफी खास हैं। चुनाव जीतने के उपरात धामी ने कहा कि आज का मुकाबला एसजीपीसी को सीधी चुनौती थी। अकाली दल की सीनियर लीडरशिप व सुखबीर बादल सहित एसजीपीसी के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। इसके अलावा बलदेव सिंह कायमपुरी, अवतार सिंह व गुरचरण सिंह गरेवाल जनरल सेक्रेटरी चुने गए। वहीं, एग्जीक्यूटिव सदस्यों में मोहन सिंह बंगी, जरनैल सिंह करतारपुर, सुरजीत सिंह तुगलबाद, बावा सिंह गुमानपुर, बीबी गुरिंदर कौर, गुरनाम सिंह बटाला, परमजीत सिंह खालसा, शेर सिंह मंडवाला, गुरप्रीत सिंह रंधावा, भुपिंदर सिंह, मलकीत सिंह झुंगाल चुने गए हैं। धामी ने कहा कि इस साल एसजीपीस के चुनाव इस बार काफी खास थे। इस बार आरएसएस, केंद्र सरकार, इकबाल सिंह लालपुरा और पंजाब की आप सरकार ने एक होकर सदस्यों पर दबाव बनाया। मानसा से सदस्य मेजर सिंह ढिल्लों को 2 बार लालपुरा ने खुद फोन कर उनके खिलाफ वोट डालने का दबाव बनाया, लेकिन फिर भी विपक्षियों की हार हुई है। चुनाव के लिए सुबह ही एसजीपीसी कार्यालय के तेजा सिंह समुद्री हाल में सदस्यों पहुंच थे। जहां तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने इजलास की शुरुआत से पहले अरदास की। वहीं, स्वर्ण मंदिर के हेड ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने हुक्मनामा लिया। इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी मौजूद रहे।
बीबी जगीर कौर ने मांगा सुखबीर बादल से इस्तीफा
बीबी जागीर कौर ने चुनावों के बाद सुखबीर बादल को इस्तीफा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने चुनाव से पहले कहा था कि उन्हें 25 वोटें नहीं पड़ेंगी, लेकिन उन्हें 42 वोट मिले हैं। अब सुखबीर बादल को इस्तीफा दे देना चाहिए। बीबी जागीर कौर ने कहा कि जिसने पंथ का साथ नहीं दिया, वह उन्हें सत श्री अकाल भी नहीं कहेंगी। सभी सदस्य उनके साथ ही हैं, एसजीपीसी के मैंबर ही हैं। उन्होंने बादल परिवार का नाम लिए बिना कहा कि वे कौम के गद्दार हैं, जिन्होंने बरगाड़ी कांड करवाया और राम रहीम को माफ करवाया। उन्होंने अपना पक्ष रखा कि जब बाबा राम रहीम को माफ किया गया, वे बिल्कुल साथ नहीं थी। मलूका व भूंदड़ उनके साथ हैं। मेरा भविष्य अभी भी उज्जवल है और इन सभी को कमेटी से बाहर निकाला जाएगा।
चुनाव से पहले बीबी जगीर कौर बोली- सिख कौम अपने नुमाइंदे आप चुनती है
बीबी जगीर कौर ने चुनावों से पहले कहा है कि सिख कौम अपने नुमाइंदे आप चुनती है। इसलिए एसजीपीसी सदस्यों का हक बनता है कि वे अपने हलके के वोटरों की सुनकर ही आजाद वोट डालें। उनका किसी सदस्य पर जोर नहीं है, वह सिर्फ श्री गुरु रामदास जी के चरणों में अरदास करती हैं कि सभी सदस्य सोच-समझ कर वोट डालें। जरनल इजलास की शुरुआत में देहांत हो चुके एसजीपीसी सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने मौजूदा प्रधान होते हुए शोक पत्र पढ़ा। बीबी जागीर कौर अकाली दल के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही थीं। अंतिम समय तक अध्यक्ष सुखबीर बादल उन्हें अपनी जिद्द छोड़ने की बात कहते रहे, लेकिन बीबी जागीर कौर ने उन्हें चुनाव लड़ने की खुली चुनौती दी थी। चुनाव से पहले बीबी जागीर कौर तेजा सिंह समुद्री हॉल में पहुंची। जहां उन्होंने अन्य सदस्यों से मुलाकात की।
बीबी जगीर कौर को 42 वोट पड़े : हरजिंदर सिंह धामी को 104 वोट मिले, धामी बने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान
Nov 09, 2022