एएम नाथ। कांगड़ा : हिमाचल प्रदेश के मनाली में 48 घंटे के अंदर दूसरे विदेशी नागरिक की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि बेल्जियम के एक पैराग्लाइडर की मौत के एक दिन बाद, मनाली में बुधवार को पहाड़ से टकराने के बाद चेक रिपब्लिक की एक अन्य पैराग्लाइडर की मौत हो गई। हिमाचल के कांगड़ा जिले में ‘पैराग्लाइडिंग पैराडाइस’ माने जाने वाले बीड़-बिलिंग में 2 नवंबर से शुरू होने वाले पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 से पहले हिमाचल प्रदेश में दो दिनों में दो पैराग्लाइडरों की मौत हो गई है।
मृतक सोले पैराग्लाइडर की पहचान 43 साल की दीता मिसुरकोवा के रूप में हुई है। उनका ग्लाइडर मनाली में मरही के पास पहाड़ों में क्रैश हो गया। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, तेज हवाओं की वजह से उसका ग्लाइडर से नियंत्रण खो गया था। अधिकारियों ने बताया कि पैराग्लाइडर को तुरंत मनाली के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुभवी पैराग्लाइडर, मिसुरकोवा पिछले छह सालों से पैराग्लाइडिंग कर रही थीं।
इससे पहले मंगलवार को बीड़-बिलिंग में बेल्जियम के एक पैराग्लाइडर की एक अन्य पैराग्लाइडर से हवा में टकराने के बाद पैराशूट नहीं खुलने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कांगड़ा जिले के बीड़-बिलिंग में दो नवंबर को शुरू होने वाले पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 से चार दिन पहले मंगलवार को यह दुर्घटना हुई।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पैराग्लाइडर हवा में टकरा गए, जिससे बेल्जियम निवासी फेयरेट्स की मौत हो गई, जबकि पोलैंड के दूसरे पैराग्लाइडर को चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि फेयरेट्स करीब 60 साल के थे और फ्री-फ्लाइंग पैराग्लाइडर थे। कांगड़ा के पर्यटन उपनिदेशक विनय धीमान ने पीटीआई को बताया कि दस पैराग्लाइडर एक साथ उड़ान भर रहे थे और उनमें से दो हवा में ही एक दूसरे से टकरा गए। उन्होंने बताया कि फेयरेट्स की मौत इसलिए हुई क्योंकि दुर्घटना के बाद उनका पैराशूट नहीं खुला।