चंडीगढ़: पंजाब में रोडवेज और PRTC कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर चल रहा सस्पेंस अब और बढ़ गया है। ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा हड़ताल खत्म होने का दावा किए जाने के बावजूद, PRTC के कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों ने साफ कर दिया है कि उनकी मांगें पूरी किए बिना यह आंदोलन वापस नहीं होगा।
परिणामस्वरूप, आज भी राज्यभर में सरकारी बसें सड़कों से नदारद रहेंगी और आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
7 घंटे चली बातचीत, फिर भी नहीं बनी सहमति : पिछले दिन ट्रांसपोर्ट मंत्री और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच करीब 7 घंटे मैराथन बैठक चली। बैठक के बाद मंत्री की ओर से हड़ताल समाप्त होने का ऐलान कर दिया गया था। लेकिन देर रात यूनियन नेताओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक गिरफ्तार कर्मचारियों की रिहाई नहीं होती और निलंबन व बर्खास्तगी के आदेश वापस नहीं लिए जाते, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा संघर्ष
यूनियन के अनुसार, हड़ताल कोई मजबूरी नहीं बल्कि अधिकारों की लड़ाई है। उनका कहना है कि हिरासत में लिए गए कर्मचारियों को तुरंत छोड़ा जाए। निलंबित कर्मियों को बहाल किया जाए। बर्खास्तगी संबंधी आदेश रद्द किए जाएं। इन शर्तों पर सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया आने तक कर्मचारी अपने आंदोलन को समाप्त नहीं करेंगे।
यात्रियों की बढ़ी परेशानी : सरकारी बस सेवा बंद होने से रोजमर्रा के यात्रियों, खासकर छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। निजी बस ऑपरेटरों ने किराए बढ़ा दिए हैं, जिससे आम जनता की जेब पर भी असर पड़ रहा है।
