श्री मुक्तसर साहिब। जिला पुलिस ने हनी ट्रैप के जरिए पैसे ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आठ आरोपितों को नामजद कर छह को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में दो महिलाएं भी शामिल हैं।
गिरोह के सदस्य महिलाओं के माध्यम से वीडियो कॉल कर लोगों को आपत्तिजनक वीडियो बना कर ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठते थे। मामले में एक महिला सहित दो आरोपित अभी फरार हैं। थाना सदर मुक्तसर में आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपितों में एक महिला सहित तीन लोगों पर पहले भी मामले दर्ज हैं।
एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि थाना सदर के अंतर्गत आते एक गांव के निवासी गुरप्रीत सिंह नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई कि क्षेत्र में एक गिरोह सक्रिय है जो हनी ट्रैप कर लोगों को फंसा कर उनसे पैसे ऐंठ रहे हैं।
जिसके बाद पुलिस ने कई स्रोतों का पता लगाने के लिए मानवीय खुफिया जानकारी और तकनीकी निगरानी का उपयोग करते हुए गहन जांच की। इस गिरोह के पूरे ऑपरेशन का पर्दाफाश समन्वित प्रयासों, सावधानीपूर्वक विश्लेषण और स्तरित खुफिया जानकारी के उपयोग से किया गया।
आठ लोगों की हुई पहचान
मामले में आठ लोगों की गिरोह में पहचान हुई जिसमें हरजिंदर सिंह उर्फ अर्शदीप सिंह पुत्र मंगा सिंह वासी चक्क गिलजेवाला, जसमेल सिंह पुत्र गुरदेव सिंह वासी गांव सुखना अबलू,भोला सिंह पुत्र करनैल सिंह वासी आशा बुट्टर, गोरा सिंह पुत्र भजन सिंह वासी चक्क बीड़ सरकार,संदीप कौर पत्नी जगमीत सिंह वासी डोडा हाल निवासी चौकिंग वाली गली बठिंडा बाइपास मुक्तसर, मनजीत कौर पत्नी भोला सिंह वासी आशा बुट्टर, बूटा सिंह पुत्र राजा सिंह वासी बुट्टर व नेमपाल उर्फ निम्मो पत्नी गोरा सिंह वासी आशा बुट्टर के नाम शामिल हैं।
इनमें हरजिंदर सिंह उर्फ अर्शदीप सिंह, जसमेल सिंह,भोला सिंह,गोरा सिंह,संदीप कौर, मनजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि बूटा सिंह और नामपाल उर्फ निम्मो की तलाश की जा रही है।
लोगों से ऐंठ चुके हैं लाखों रुपये
एसएसपी ने बताया कि आरोपित हरजिंदर सिंह पर मुक्तसर के थाना सदर और सिटी में दो, गोरा सिंह पर थाना लंबी में एक और संदीप कौर पर थाना सिटी मलोट और थाना सिटी मुक्तसर में दो एफआइआर दर्ज हैं और थाना सिटी मुक्तसर के मामले में यह वांछित भी है। उन्होंने बताया कि यह लोग अभी तक लोगों से लाखों रुपये ऐंठ चुके हैं। कितने लोगों को अपने जाल में फंसाया और कितने लोग इनके साथ हैं, संबंधित पूछताछ गहनता से की जाएगी।
एसएसपी ने बताया कि जांच जारी है और उम्मीद है कि अन्य पीड़ित भी सामने आएंगे, जो अब तक डर, शर्म या सामाजिक कलंक के कारण चुप रहे हैं। पुलिस इस पूरे गिरोह नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने के लिए अपना अभियान जारी रखे हुए है।