चेनई : मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बच्चों को स्कूल छोड़ने से रोकने और उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए ‘तमिलनाडु मुख्यमंत्री नाश्ता योजना’ की सराहना करते हुए मंगलवार को कहा कि वह अपने राज्य में इस अच्छी योजना को शुरू करने के लिए अपने मंत्रिमंडल में चर्चा करेंगे।
सीएम मान ने ‘मुख्यमंत्री नाश्ता योजना’ के पांचवें चरण के उद्धाटन समारोह में भाग लेते हुए कहा, “यह एक अच्छी पहल है। मैं इस योजना को लागू करने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को बधाई देता हूं। भूखे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते और पढ़ाई के प्रति उनका रुझान कम हो जाता है क्योंकि उनका ध्यान अपनी भूख मिटाने पर ही लगा रहता है। सीएम मान ने कार्यक्रम में तमिलनाडु के अपने समकक्ष एम के स्टालिन की ओर देखते हुए कहा, ”मैं पंजाब में इस योजना को शुरू करने के लिए अपने मंत्रिमंडल में चर्चा करूंगा।’ उन्होंने कहा कि पंजाब ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी सरकार ने आम आदमी क्लीनिक शुरू किए हैं जहां जनता को मुफ़्त दवाइयां मिलती हैं और उनके रक्त परीक्षण निशुल्क किए जाते हैं। मुख्यमंत्री मान ने कहा, “कुछ महीने पहले, 805 सरकारी स्कूल छात्र नीट परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे और जेईई में सफल होने वाले 416 छात्रों में से 44 छात्र सरकारी स्कूलों के थे। सीएम मान ने दक्षिण भारतीय व्यंजनों की तारीफ करते हुए कहा कि पंजाब के लगभग हर कस्बे में ‘उपमा’ और ‘मसाला डोसा’ मिलता है। उन्होंने कहा, “आपका खाना राष्ट्रीय भोजन है। हमारा खाना (पचाने में) थोड़ा भारी होता है। आज आपने बच्चों को जो खाना परोसा, वह स्वास्थ्यवर्धक है।”