शिमला : हिमाचल में कांग्रेस की सुक्खू सरकार के खिलाफ भाजपा लामबंद हो गई है। भाजपा सरकार द्वारा लिए गए कार्यालयों को डिनोटिफाई करके तालाबंदी करने के फैसले के खिलाफ है। इसलिए कड़ा विरोध जताते हुए भाजपा ने प्रदेशभर में धरने प्रदर्शन करने शुरू कर दिए हैं। विधानसभा सत्र शुरू होने तक भाजपा सड़कों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करती रहेगी। इस दौरान एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
भाजपा ने निर्णय लिया है कि जिन स्थानों पर नए खोले गए संस्थान बंद किए गए हैं, वहां वहां के एडीएम के माध्यम राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पर्व सरकार के समय में खोले गए कार्यालयों के बंद करने पर आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि कांग्रेस सरकार बदला-बदली की भावना से काम कर रही है। उसका विकास से कोई लेना-देना नहीं है।
एसडीएम को कहां सौंपे जाएंगे ज्ञापन :
सुक्खू सरकार ने अभी तक शिलाई, पांवटा साहिब, पच्छाद, रोहड़ू, सोलन, श्री रेणुका जी, शिमला ग्रामीण, सुजानपुर, सिराज, सुलह, चुराह, रामपुर, घुमारवीं और झंडूत्ता में संस्थान बंद किए हैं। इन जगहों पर विरोध प्रदर्शन करके भाजपा एडीएम को ज्ञापन सौंपेगी। शिमला में डीसी के जरिए ज्ञापन भेजा जाएगा।
जनता के साथ उतरेंगे सड़क पर :
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस अपने चुनावी वादे पूरे करने के लिए हमारी सरकार द्वारा खोले गए या अपग्रेड किए गए संस्थानों को बंद कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। भाजपा लोगों के साथ सड़कों पर उतर कर कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करेगी।
सरकार को महंगा पड़ेगा निर्णय : भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक सतपाल सत्ती ने कहा कि पूर्व सरकार की तरफ से खोले गए कार्यालयों को बंद करना वर्तमान सरकार को भारी पड़ेगा। जो कार्यालय लोगों की सुविधा के लिए खोले गए थे, उनको बंद किया जाना सही नहीं है। प्रदेश सरकार के इन निर्णयों का भाजपा विरोध करेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस मामले पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आग्रह किया।
भाजपा द्वारा प्रदेशभर में धरने प्रदर्शन शुरू : कार्यालयों को डिनोटिफाई करके तालाबंदी करने के फैसले के खिलाफ
Dec 22, 2022