एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश में रात्रि भत्ता समेत अन्य लंबित वित्तिय लाभों के भुगतान न होने से नाराज एचआरटीसी ड्राइवर-कंडक्टर यूनियन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को यूनियन ने HRTC मुख्यालय के बाहर गेट मीटिंग के दौरान धरना-प्रदर्शन किया. यूनियन ने सरकार को दो टूक बता दिया है कि अगर भत्तों की अदायगी नहीं हुई,तो वे चक्का जाम से भी पीछे नही हटेंगे. इसके लिए 6 मार्च तक का वक्त दिया गया है. यूनियन में रात्रि बस सेवा बंद करने की भी चेतावनी दी है।
HRTC ड्राइवर-कंडक्टर यूनियन के कोषाध्यक्ष पदम सिंह ठाकुर ने कहा कि 65 महीने से नाइट ओवर टाइम की अदायगी नहीं की गई है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 12 अक्टूबर को होटल पीटर हॉफ से घोषणा की थी कि 50 करोड़ रुपए ओवरटाइम के लिए और 9 करोड़ रुपए मेडिकल के लिए 31 दिसंबर से पहले दे दिया जाएगा।
इसके बाद मुख्यमंत्री से ओक ओवर में मुलाकात की गई तब भी मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही 15 करोड़ रुपए रिलीज हो जाएगा. इसके बाद धर्मशाला में भुगतान का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक कर्मचारियों का लंबित भुगतान नहीं हो पा रहा है।
राज्य सरकार को 6 मार्च तक का अल्टीमेटम
HRTC ड्राइवर-कंडक्टर यूनियन के कोषाध्यक्ष पदम सिंह ठाकुर ने कहा कि आज से 6 मार्च तक हर दिन गेट मीटिंग की जाएगी. रोजाना दोपहर एक बजे एकत्रित होकर कर्मचारियों के भुगतान की मांग करेंगे. पदम सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य कार्यकारिणी कर्मचारियों को जो भी दिशा-निर्देश देगी,उस पर आगे बढ़ाया जाएगा. कर्मचारी नाइट सर्विस बंद करने और चक्का जाम से भी पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द कर्मचारियों का भुगतान करना चाहिए, क्योंकि यह उनका अधिकार है।