लुधियाना। आयकर विभाग (इन्वेस्टीगेशन विंग) की तरफ से चार राज्यों में छापेमारी करके फर्जी रिफंड घोटाले का खुलासा किया है। यह कार्रवाई प्रिंसिपल डायरेक्टर आशीष अबरोल के निर्देशन में जालंधर के एडिशनल डायरेक्टर धर्मेंद्र पूनिया और डिप्टी डायरेक्टर शिविन गोयल की अगुवाई में टीमों ने पंजाब, जम्मू, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 10 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई।
इनमें लुधियाना, फिरोजपुर, बटाला, जालंधर, दिल्ली, गाजियाबाद, जम्मू में 10 स्थान शामिल हैं। विभाग ने एक लाख रिटर्न की जांच की। ज्यादातर मामले वेतनभोगी से जुड़े हैं। कार्रवाई में अनुमान है कि एक हजार करोड़ रेवेन्यू का चूना लगाया गया है।
छापेमारी उन प्रमुख व्यक्तियों के खिलाफ की गई, जो कथित रूप से फर्जी रिफंड प्राप्त करने के लिए आयकर रिटर्न दाखिल कर रहे थे। आयकर विभाग की टीमें इन ठिकानों पर मौजूद दस्तावेजों, डिजिटल रिकॉर्ड, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य उपकरणों की गहन जांच कर रही हैं।
छापेमारी में आरोपियों के घरों की तलाशी
जांच में सामने आया है कि ये धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति करदाताओं के आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए अलग-अलग ईमेल आईडी और मोबाइल नंबरों का उपयोग कर रहे थे। दो दिनों तक चली इस व्यापक छापेमारी में आरोपियों के घरों की तलाशी ली गई। पता चला है कि ये लोग रिफंड की राशि का पांच से दस प्रतिशत तक कमीशन वसूलते थे, जिसे बैंकिंग चैनल या नकद के माध्यम से प्राप्त किया जाता था।