चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के नायब सैनी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब के हिस्से का पानी हरियाणा को देने का कोई आश्वासन नहीं दिया गया था, जैसा कि उनके खिलाफ आरोप लगाए गए हैं।
सीएम मान ने पत्र में लिखा कि यह आरोप झूठा और भ्रामक है।
पानी का बंटवारा: BBMB का आदेश
सीएम भगवंत मान ने पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि हर साल BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) के आदेश के तहत पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बीच पानी का बंटवारा किया जाता है। इस साल BBMB ने पानी का बंटवारा इस प्रकार किया है…
-पंजाब: 5.512 MAF
-हरियाणा: 2.987 MAF
-राजस्थान: 3.318 MAF
यह बंटवारा 21 मई से अगले साल 20 मई तक लागू होता है।
हरियाणा की लापरवाही और पंजाब का समर्थन
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने राज्य के पानी का सही उपयोग नहीं किया, जिसके कारण उन्हें पानी की कमी महसूस हो रही है। इसके बाद, पंजाब ने 06 अप्रैल 2025 से हरियाणा को रोजाना 4000 क्यूसेक पानी देना शुरू किया। हरियाणा की जनसंख्या 3 करोड़ होने के कारण, उन्हें 1700 क्यूसेक पानी मिल रहा है, जो उनके सभी घरेलू और इंसानी ज़रूरतों के लिए पर्याप्त है।
पंजाब के किसानों को पानी की कमी
भगवंत मान ने यह भी बताया कि पंजाब के किसानों को भी सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। पंजाब का जल स्तर लगातार गिर रहा है और पंजाब के बांधों का जल स्तर चिंताजनक स्तर पर पहुँच चुका है।
पोगं डैम: 32 फीट कम
भाखड़ा डैम: 12 फीट कम
आरएसडी: 14 फीट कम
किसानों का हक, पंजाब का पानी…
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब का पानी, पंजाब के किसानों का हक है। पंजाब के लोग दिल से बड़े होते हैं, लेकिन पंजाब का पानी हम किसी भी हालत में किसी दूसरे राज्य को नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा की पानी की कमी का खामियाजा पंजाब के किसानों को नहीं भुगतने देंगे।

BJP की साजिश और पंजाब पर हमला
भगवंत मान ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हरियाणा और केंद्र सरकार की मदद से पंजाब के पानी पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि BBMB की बैठक में गैरकानूनी तरीके से निर्णय लिए गए और अब हरियाणा के पानी को पंजाब से निकालने की साजिश की जा रही है। इसे गुंडागर्दी करार देते हुए, उन्होंने कहा कि पंजाब इसे किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा।
पंजाब का पानी, पंजाब के लिए
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा, “पंजाब का पानी केवल पंजाब के लिए है और रहेगा। हम अपनी ज़मीन और अधिकारों की रक्षा करेंगे, चाहे कुछ भी हो।” इस प्रकार, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया कि पंजाब अपने पानी का समान और उचित उपयोग करेगा और किसी अन्य राज्य को पानी का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं देगा।