जिला रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से केंद्र में चलाए जा रहे हैं तीन स्किल कोर्स
होशियारपुर, 4 जनवरी : डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल और एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने आज नशा छुड़ाओ व पुनर्वास केंद्र फतेहगढ़ का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने वहां दाखिल मरीजों का हाल-चाल जाना और उन्हें नशे से छुटकारा पाने के लिए प्रेरित किया।
डिप्टी कमिश्नर ने मरीजों से बातचीत करते हुए कहा कि नशे की गिरफ्त से बाहर आना एक साहसिक कदम है और जिला प्रशासन उनकी हर संभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने मरीजों को विश्वास दिलाया कि प्रशासन उनके पुनर्वास के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। इस दौरान एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने कहा कि नशा न केवल व्यक्तिगत जीवन को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पूरे समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे केंद्र उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण हैं जो नशे के चंगुल से बाहर निकलना चाहते हैं। इस दौरान नशा छोड़ चुके कुछ नौजवानों ने भी मरीजों से बातचीत की और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने नशे से छुटकारा पाया और अब वे अपने जीवन को नए सिरे से शुरू कर रहे हैं। उनके अनुभव और कहानियां वहां मौजूद मरीजों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिला रेड क्रॉस सोसायटी, होशियारपुर के माध्यम से नशे की गिरफ्त से बाहर आए व्यक्तियों के लिए पिछले एक वर्ष से मल्टी-कुज़ीन कुकिंग, हेयर ड्रेसर और सैलून आर्टिस्ट जैसे स्किल कोर्स चलाए जा रहे हैं। इन कोर्सों का उद्देश्य इन व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बनाना और समाज में पुनः स्थापित करना है। उन्होंने बताया कि इन कोर्सों में अब तक कुल 2 बैच सफलतापूर्वक पास हो चुके हैं और 60 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है। वर्तमान में दोनों कोर्सों का तीसरा बैच चल रहा है, जिसमें 27 उम्मीदवार प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से तीसरे स्किल कोर्स, “मेरा बाग मेरा मान,” की शुरुआत की गई है। यह कोर्स रेड क्रॉस और बागवानी विभाग के सहयोग से चलाया जाएगा। इसमें नशा छुड़ाने वाले व्यक्तियों को खेती-बाड़ी से संबंधित कौशल सिखाए जाएंगे, ताकि वे इस पेशे में लगकर एक नई शुरुआत कर सकें और नशे से दूर रह सकें। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इन स्किल कोर्सों का उद्देश्य न केवल व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, बल्कि इन व्यक्तियों को समाज में फिर से शामिल होने के लिए एक नई दिशा देना भी है। उन्होंने यह भी बताया कि इन कोर्सों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले उम्मीदवारों को रेड क्रॉस सोसाइटी होशियारपुर द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। कोमल मित्तल ने कहा कि जिला प्रशासन इस प्रकार की पहलों के माध्यम से नशा मुक्त समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से इस प्रयास में योगदान देने की अपील की।
डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी ने पुनर्वास केंद्र के स्टाफ की भी सराहना की, जो मरीजों के इलाज और उनकी देखभाल में पूरी लगन से जुटे हैं। उन्होंने केंद्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। डिप्टी कमिश्नर ने अंत में समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही इस बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. हरबंस कौर, डीएसपी आतिश भाटिया, मेडिकल अधिकारी डॉ. महिमा मिन्हास, सचिव रेडक्रॉस सोसायटी मंगेश सूद, डीडीएफ ज़ोया सिद्दीकी, निशा रानी मैनेजर, प्रशांत आदिया काउंसलर, तान्या वोहरा काउंसलर, राजविंदर कौर काउंसलर, संदीप कुमारी काउंसलर, हरदीप कौर स्टाफ नर्स, राजविंदर कौर स्टाफ नर्स, संदीप पाल, हरीश कुमारी भी मौजूद थे