नई दिल्ली: राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू राजस्थान से राज्यसभा सांसद बन गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था, इसलिए वे निर्विरोध चुनाव जीत गए। आज दोपहर 3 बजे तक उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था।
उनकी जीत की पुष्टि तब हुई, जब उनके अलावा किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया और इस तरह बिना मतदान के ही उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया। कांग्रेस ने इस सीट के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया और इस तरह रवनीत बिट्टू अकेले मैदान में रह गए।
आज दोपहर 3 बजे के बाद जब रिटर्निंग ऑफिसर को कोई नामांकन नहीं मिला, तो अधिकारी ने राज्य मंत्री बिट्टू को राज्य परिषद का सदस्य घोषित कर दिया। अधिकारी ने रवनीत बिट्टू को निर्वाचन का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। कांग्रेस द्वारा इन उपचुनावों में कोई उम्मीदवार नहीं उतारने के बाद नामांकन दाखिल करने वालों में केवल 3 उम्मीदवार ही बचे थे। भाजपा के डमी उम्मीदवार सुनील कोठारी पहले ही अपना नामांकन वापस ले चुके हैं। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी बबीता वाधवानी का भी नामांकन पत्र था, जिसे जांच के बाद रद्द कर दिया गया। जिसके बाद बिट्टू ही मैदान में बचे थे। यह उपचुनाव कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद खाली हुई सीट पर हो रहा है।
इस सीट पर सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा। बता दें कि राजस्थान में कुल 10 राज्यसभा सीटें हैं। फिलहाल बीजेपी के पास 4 और कांग्रेस के पास 5 सीटें हैं। ऐसे में रवनीत बिट्टू की सदस्यता जून 2026 में खत्म हो जाएगी। बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बने रहने के लिए फिर से राज्यसभा का रुख करना होगा। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 में से कोई भी सीट 2028 से पहले खाली नहीं होगी। वहीं, अगला लोकसभा चुनाव भी 2029 में होगा।
निर्विरोध चुनाव जीते : रवनीत सिंह बिट्टू राजस्थान से बन गए सांसद
Aug 27, 2024