शिमला। हिमाचल में विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। कांग्रेस के दो विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कांगड़ा से विधायक पवन काजल और नालागढ़ से विधायक लखविंद्र राणा ने भाजपा का दामन थामा लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाजपा के दिल्ली दफ्तर में दोनों विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कांग्रेस के लिए इसे बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। खासकर पवन काजल का जाना कांग्रेस के लिए झकझोरने वाली खबर है क्योंकि दो बार के विधायक पवन काजल को ओबीसी समुदाय के बड़े नेता के तौर पर देखा जाता हैं। वहीं सोलन जिला के नालागढ़ विधानसभा हल्के दो बार के विधायक लखविंद्र राणा ने भी 17 साल तक कांग्रेस का साथ निभाने के बाद पार्टी का साथ छोड़ दिया है। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद पवन काजल ने कहा कि कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र की जनता की भावनाओं की कदर करते हुए उन्होंने यह बदलाव किया है।
लखविंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश और प्रदेश में परिवारवाद से घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आम आदमी को कभी भी देश व प्रदेश में अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा के देश के प्रति समर्पण की भावना को देखते हुए उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसी साल मई माह ही पवन काजल को हिमाचल कांग्रेस का वर्किंग प्रेजिडेंट बनाया था। उनके भाजपा में जाने की अटकलों के बीच बीती शाम ही कांग्रेस ने इस पद से हटा दिया था। इसी तरह लखविंद्र राणा भी प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे हैं।