पंजाब सरकार ने विभिन्न सरकारी विभागों में 830 पद समाप्त कर दिए हैं। सरकार की तरफ से कहा गया है कि यह पद लंबे समय से खाली थे और इन्हें भरे बिना ही विभागों का काम संतोषजनक ढंग से चल रहा है। सरकार ने यह पद समाप्त करने के संबंध में अधिसूचना 31 अक्तूबर को जारी किया।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने पद समाप्त करने का यह फैसला, विभिन्न विभागों के पुनर्गठन की प्रक्रिया के तहत लिया है, जिसके लिए करीब छह माह पहले सरकार की तरफ से सभी विभागों को पत्र भेजकर उनमें अधिकारियों-कर्मचारियों की स्थिति का ब्योरा मंगाया गया था। इसमें खाली पड़े पदों का विवरण भी देने को कहा गया था। विभिन्न सरकारी विभागों से मिली जानकारी के आधार पर राज्य सरकार ने उक्त 830 पदों को समाप्त करने का फैसला लिया, जिसके तहत 298 पद मिनिस्टीरियल स्टाफ के और 532 पद तकनीकी स्टाफ समाप्त किए गए हैं। खास बात यह है कि इस फैसले के लिए जो पद समाप्त हुए हैं, उनमें सबसे ज्यादा संख्या 79 कलर्क पदों की हैं, जबकि सीनियर असिस्टेंट के 31 पद खत्म किए गए हैं। अन्य पदों में डॉक्टर, फार्मासिस्ट, ग्रेड-1 और ग्रे-2 के सुपरिंटेंडेंट और हेड कांस्टेबलों के पद भी समाप्त किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, उक्त पदों को समाप्त करने के प्रस्ताव में राज्य सरकार ने गत 14 अक्तूबर को हुई कैबिनेट की बैठक में ही मुहर लगा दी थी लेकिन इस संबंध में नोटिफिकेशन 16 दिन बाद जारी किया गया है। नोटिफिकेशन में साफ कर दिया गया है कि समाप्त किए गए पद लंबे समय से खाली थे और अब इन पदों को भविष्य में जारी नहीं रखा जाएगा।
पंजाबियों से धोखा: सरकार के इस फैसले की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है। शिअद के प्रवक्ता ने कहा कि नौजवानों का नौकरी का वादा करके सत्ता में आई आप ने इस मामले में भी पंजाबियों से धोखा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अब तक 35 हजार नौकरियां देने का दावा किया जा रहा है, जबकि सैकड़ों की संख्या में सरकारी विभागों में पद ही समाप्त किए जा रहे हैं। यह पहला मौका जब सरकारी विभागों में इतने बड़े पैमाने पर पदों को समाप्त किया गया है। इससे साफ है कि आप सरकार नौजवानों के लिए सरकारी विभागों में नौकरी के अवसर समाप्त कर रही है।