*धर्मशाला कालेज के सभागार में आयोजित नुआला संध्या आयोजित*
एएम नाथ। धर्मशाला, 15 नवंबर। पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि हिमाचल की समृद्व लोक संस्कृति से पर्यटकों को अवगत करवाया जाएगा इस के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन विभाग की ओर से मेगा इवंेट आयोजित किए जाएंगे ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
वीरवार देर रात धर्मशाला कालेज के सभागार में आयोजित नुआला उत्सव में बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एशियन विकास बैंक की मदद से हिमाचल में पर्यटन विकास के लिए 2500 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे, प्रारंभिक तौर पर 1300 करोड़ की राशि स्वीकृत भी हो चुकी है। पर्यटन विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पर्यटन निगम के अधिकारियों को तीव्र गति के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिल सके।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए कईं महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पालमपुर के मैंझा में वैडिंग रिसॉर्ट, हेलीपोर्ट निर्माण, जिले में धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, बनखंडी में जूलॉजिकल पार्क, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट एवं हाई एंड फाउंटेन,, परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान, धर्मशाला में धौलाधार बायोडायवर्सिटी पार्क, जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही नगरोटा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर म्यूजिक फाउंटेन भी स्थापित किया जाएगा जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए साहसिक, धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन अधोसंरचना को विकसित करने के दृढ़ प्रयास कर रही है और भविष्य में सालाना पांच करोड़ पर्यटकों के स्वागत का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है।
आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है और इसके माध्यम से प्रदेश के हजारों परिवारों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से आजीविका प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास और अपनी प्राकृतिक सुंदरता को और बेहतर ढ़ंग से प्रदर्शित करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ, हिमाचल प्रदेश एक उत्कृष्ट वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की राह पर अग्रसर है। दूर-दूर से यात्री यहां के मनमोहक नजारों का आनन्द लेने आते हैं, जिससे प्रदेश के पर्यटन उद्योग का भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्ज्वल नजर आता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में पर्यटकों के लिए सबसे सुरक्षित पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर कर सामने आया है। इस अवसर पर कालेज के प्रिंसिपल पठानिया, खाद्य आपूर्ति निगम में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य पुनित मल्ली, विजेंद्र कर्ण, पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।