चंडीगढ़, 9 मई: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और चंडीगढ़ संसदीय क्षेत्र से इंडिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार मनीष तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस अनेकता में एकता की अवधारणा में दृढ़ता से विश्वास करती है और उसे किसी से कोई सीख या प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है, खासकर भारतीय जनता पार्टी से तो बिल्कुल नहीं है।
इस दौरान इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के कथित बयान के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए, तिवारी ने कहा कि उन्होंने नहीं सुना कि उन्होंने (पित्रोदा ने) वास्तव में क्या कहा और उनका क्या मतलब था और वह इस बारे में टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हैं।
लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस का रुख साफ है कि वह हर संप्रदाय, हर जाति, हर धर्म, हर क्षेत्र और हर भाषा के साथ समान सम्मान और गरिमा के साथ पेश आती है।
तिवारी ने कहा कि कांग्रेस न केवल अनेकता में एकता में विश्वास करती है, बल्कि इस अवधारणा की रक्षा के लिए महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और कई अन्य जैसे अपने शीर्ष नेताओं के बहुमूल्य जीवन का बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि 150 से अधिक वर्षों से राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता के प्रति प्रतिबद्धता के गौरवशाली इतिहास वाली पूरी कांग्रेस पार्टी को एक व्यक्ति के बयान के लिए जिम्मेदार ठहराना बेतुका और अपमानजनक है।
इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जमीन उनके पैरों के नीचे से खिसक चुकी है, तब वे निराधार बातें कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को न तो किसी से कोई सबक चाहिए और न ही किसी से कोई प्रमाण पत्र, खासकर भाजपा की तो बात ही छोड़िए।