गढ़शंकर : अपनी मातृभाषा को भूलने वाली कौमें हमेशा गुलाम बनी रहती हैं। यह शब्द प्रो. संधू वरयाणवी ने सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल धमाई में छात्रों एवं विद्यालय के कर्मचारियों द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजित समागम में कहे । उन्हींनो ने कहा कि हमारी मातृभाषा हमेशा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित की जानी चाहिए। वहीं बच्चे के व्यक्तित्व के विकास के लिए घर में मातृभाषा में मां दुआरा मातृ भाषा की शिक्षा जरूरी है। इस मौके पर विद्यालय के प्रमुख मुकेश कुमार व जसवीर सिंह ने भी मातृभाषा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। इस समय स्कूली छात्र-छात्राओं जतिन राय, गुरलीन, अमनप्रीत सिंह वाहरा, गुरशरण सिंह, प्रीत भट्टी रमनप्रीत सिंह ने भी कविता प्रस्तुत की। इस समय परमजीत सिंह दीपक कौशल सुनीता कुमारी खुशविंदर कौर मधु संबियल बाबू अवतार सिंह आदि ने भी छात्रों को संबोधित किया।