उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक
एएम नाथ। चम्बा
जिला स्तरीय निगरानी समिति (D-MC) की बैठक केंद्रीय क्षेत्र योजना (CSS) ‘10,000 किसान उत्पादक संगठनों (FPOS) के गठन और संवर्धन’ के लिए आज डीसी के सम्मेलन कक्ष, चंबा में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश रपसवाल ने की। यह बैठक चंबा जिले में गठित और संवर्धित एफपीओ के लिए 3 महीने की संतृप्ति ड्राइव शुरू करने के लिए आयोजित की गई थी। डीएमसी ने एफपीओ की प्रगति की समीक्षा की और एफपीओ के कारोबार में सुधार और विभाग की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन पर रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
संतृप्ति ड्राइव का फोकस यह सुनिश्चित करना है कि सभी एफपीओ के पास मंडी लाइसेंस, उर्वरक लाइसेंस, बीज लाइसेंस, जीएसटी लाइसेंस, कीटनाशक लाइसेंस, एफएसएसएआई पंजीकरण जैसी विभिन्न लाइसेंस/सुविधाएं हों और यह भी सुनिश्चित करना है कि एफपीओ को कार्यशील पूंजी आवश्यकता या विभिन्न कृषि बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए टर्म लोन के लिए ऋण लिंकिंग में सुविधा प्रदान की जाए।
डीएमसी के अध्यक्ष ने एफपीओ के लिए व्यवहार्य व्यवसाय योजना, क्षमता निर्माण, बाजार लिंकिंग आदि पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। उन्होंने एफपीओ द्वारा प्राप्त किए जाने वाले लाइसेंस के लक्ष्यों को पूरा करने की सलाह दी। उन्होंने सीबीबीओ को कृषि, बागवानी आदि जैसे लाइन विभागों के साथ समन्वय में काम करने और जिले में कृषि समुदायों के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए शिविरों का आयोजन करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी सूचित किया कि एपीएमसी चंबा के पास एपीएमसी यार्ड में चार दुकानें हैं और एफपीओ इन्हें व्यापार के लिए उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने अन्य विकास परियोजनाओं के साथ अभिसरण पर जोर दिया, परियोजनाओं के अभिसरण की धारणा में, अन्य बातों के अलावा, योजनाओं, धन और विभिन्न घटकों का एकीकरण शामिल है, जो निकटता से और सुसंगत रूप से एक साथ काम करते हैं, योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए समन्वय करते हैं।
बैठक का आयोजन डीडीएम नाबार्ड साहिल स्वांगला द्वारा किया गया और एपीएमसी सचिव डॉ. भानु प्रताप सिंह, एआरसीएस सुरजीत धिमान, बागवानी विकास अधिकारी अमिता अब्रोल, लीड जिला प्रबंधक डीसी चौहान और जिले में गठित विभिन्न क्लस्टर आधारित व्यावसायिक संगठन (सीबीबीओ) और एफपीओ के अधिकारियों द्वारा उपस्थित थे।