ब्रैम्पटन : कनाडा के ब्रैम्पटन और मिसिसागा में दक्षिण एशियाई व्यवसायों को निशाना बनाकर रंगदारी वसूलने वाले पांच पंजाब मूल के युवाओं को गिरफ्तार किया है। कनाडा पुलिस प्रमुख ने कहा कि यह एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति थी, जहां व्यवसाय के मालिक हिंसा की धमकी के तहत बड़ी रकम के लिए जबरन वसूली के प्रयासों का शिकार बन गए। पील पुलिस ने जबरन वसूली जांच कार्य बल (ईआईटीएफ) का गठन किया, जिसमें पुलिस सेवा के विशेषज्ञ सदस्य शामिल हैं।
टास्क फोर्स ने 60 से ज्यादा घटनाओं की जांच की है, जबकि 154 शिकायतें सामने आई, जिसमें कारोबारियों को धमकी देकर वसूली की कोशिश की गई। आरोपी अक्सर व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से संपर्क कर वसूली करते थे। पांच संदिग्धों में से तीन ब्रैम्पटन के हैं, जबकि अन्य दो क्रमशः हैमिल्टन और ब्रिटिश कोलंबिया के हैं।
उनकी पहचान 25 वर्षीय हरमनजीत सिंह, 44 वर्षीय तेजिंदर ततला, 21 वर्षीय रुखसार अचकजई, 24 वर्षीय दिनेश कुमार और 27 वर्षीय बंधुमान सेखों के रूप में हुई है। उन पर कुल 16 आरोप हैं। पुलिस ने अपील की कि जिस किसी से भी हिंसा की धमकी के तहत पैसे की मांग की जाती है, उससे आग्रह किया जाता है कि वह किसी भी प्रकार का भुगतान न करें और तुरंत पुलिस को फोन करें। जांच में 20 पिस्तौल, 11 किलोग्राम मेथ, 10 हजार डॉलर से अधिक की आपराधिक आय और छह चोरी की गाड़ियां भी जब्त की गईं।