चंडीगढ़ः हरियाणा विधानसभा चुनाव कांग्रेस की लहर होने के बाद भाजपा ने अंतिम दौर में चुनाव पलट दिया था। ये हार कांग्रेस के किसी नेता को हजम नहीं हुई। कांग्रेस नेताओं ने ईवीएम पर सवाल उठाए और चुनाव आयोग के सामने अपना विरोध दर्ज कराया।
करीब 20 से 22 सीटों पर ईवीएम की बैटरी विवादों में रही। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने लिखित में चुनाव आयोग को शिकायत देते हुए कहा कि जिन सीटों पर ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज रही। उस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हार गए। वहीं इसके उलट जिन सीटों पर बैटरी 60 या 70 प्रतिशत रही वहां से जीत गए।
कांग्रेस की शिकायतों पर चुनाव आयोग ने अपना जवाब दिया। राजीव कुमार की तरफ से दिए गए जवाब में कहा गया कि हरियाणा चुनाव में कोई भी गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले है। ऐसे में नेताओं को नाजुक समय में सोच समझ कर बयान देना चाहिए।
वहीं अब नई सरकार के गठन के बाद सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट पर EVM और बैलेट बॉक्सों का दोबारा मिलान किया जाएगा। यहां से पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला चुनाव हारे हैं। इसे लेकर कांग्रेस के उम्मीदवार रहे सर्वमित्र कंबोज ने अपील की थी। जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) की तरफ से कांग्रेस नेता की अपील को स्वीकार करते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। यह मिलान 9 जनवरी से 13 जनवरी तक होगी। हालांकि, इस दौरान केवल 9 बूथों के बैलेट पेपर और EVM की ही चेकिंग की जाएगी।
रनिया विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सर्वमित्र कंबोज 4191 वोटों के मार्जिन से हारे थे। इस सीट से इनेलो के उम्मीदवार अर्जुन चौटाला ने जीत दर्ज की थी। यदि इस सीट पर कोई भी उलटफेर हुआ तो भाजपा की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। ऐसे में कांग्रेस उन 20 सीटों पर दोबारा फीस जमा कर ईवीएम की चेंकिग करा सकती है। ऐसे में नायब सैनी सरकार खतरे में आ जाएगी।
आज मंगलवार को सिरसा जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से इसे लेकर नोटिस जारी किया गया है। चेकिंग 9 जनवरी से 13 जनवरी के बीच सिरसा के ट्रैफिक पार्क के नजदीक वेयरहाउस में सुबह 10 बजे से की जाएगी।