गढ़शंकर, 23 अगस्त: पंजाब सरकार द्वारा कर्मचारियों और पेंशनरों की मांगों का समाधान नहीं करने और मुख्यमंत्री के लगातार चौथी बार बैठक से भाग जाने के विरोध में पंजाब कर्मचारी एवं पेंशनभोगी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर ब्लॉक गढ़शंकर के बड़ी संख्या में मुलाजिमों व पेंशनरों द्वारा मक्खन सिंह वाहिदपुरी, मुकेश कुमार, अमरीक सिंह, शाम सुंदर कपूर, सरूप चंद, सुखदेव डांसीवाल और संदीप गिल के नेतृत्व में ब्लॉक गढ़शंकर के बड़ी संख्या में कर्मचारियों और पेंशनरों ने गांधी पार्क गढ़शंकर में एक रैली की और बाजारों में रोष मार्च निकालकर मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ नारेबाजी की गई तथा स्थानीय नंगल चौक सरकार के लारों की गठरी फूंकी गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान चौथी बार बैठक और बातचीत से भाग गए तथि पंजाब का सबसे झूठा और कर्मचारी व पेंशनभोगी विरोधी मुख्यमंत्री होने का सबूत दिया है। सत्ता में आने से पहले मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की मांगों को जायज बताते थे और सत्ता में आने पर सभी मांगों को पूरा करने का दावा भी करते थे, लेकिन सत्ता मिलते ही मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी इस मांग को भूलकर कर्मचारियों व पेंशनरों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार करने लगी है, जिसे कर्मचारी व पेंशनर मोर्चा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। फ्रंट अपना संघर्ष लगातार जारी रखेगा और आने वाले उपचुनावों में पंजाब के कर्मचारी और पेंशनभोगी घर-घर जाकर आप सरकार की जनविरोधी नीतियों का भंडा फोड़ेंगे। इस मौके मांग की गई कि हर प्रकार के कच्चे, ठेका आधारित, आउटसोर्स कर्मचारियों को रेगुलर स्केल में पक्के किये जाएं। पुरानी पेंशन तुरंत बहाल की जाए, कटे हुए भत्ते बहाल किए जाएं, वेतन आयोग की रिपोर्ट को संशोधित कर लागू किया जाए, मानदेय कर्मियों को न्यूनतम वेतन के दायरे में लाया जाए, डीए की बकाया किश्तों का नकद भुगतान किया जाए, 2.59 पेंशनरों पर मल्टीप्लायर लागू किया जाए, रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए, निजीकरण बंद किया जाए, सभी विभागों में नियमानुसार पदोन्नति शीघ्र की जाए। इस समय देश में महिलाओं के साथ बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर कड़ा रोष व्यक्त करते हुए मांग की गई कि इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार तत्वों को जल्द से जल्द कड़ी और अनुकरणीय सजा दी जाए। इन घटनाओं के प्रति प्रशासन की गैरजिम्मेदारी की भी निंदा की जाए।
भगवंत मान सरकार के 8 सरकारी कॉलेजों के निजीकरण के कदम की भी कड़ी आलोचना की और इस समय कर्मचारियों, पेंशनभोगियों, मजदूरों, किसानों और आम लोगों को सरकार के खिलाफ मजबूत संघर्ष के लिए तैयार रहने का निमंत्रण दिया। इस मौके जीत सिंह बागवाई, राज कुमार, हरदीप कुमार, दविंदर कुमार, रामजी दास चौहान, नरेश कुमार, अश्विनी राणा, अजय राणा, मनोज कुमार, राकेश चड्ढा, होशियार सिंह, बलविंदर सिंह, हेडमास्टर संदीप बड़ेसरों, नितिन सुमन, परजिंदर सिंह, कमल देव, नरेश कुमार धीमान, हंस राज, जगदीश रॉय, जोगा राम, परमा नंद, गोपाल दास, विनोद कुमार, जगदीश लाल, गुरनाम हाजीपुर, जोगिंदर सिंह, रमन कुमार, प्रदीप गुरु, रूप लाल, नरेश बग्गा, हरजिंदर सूनी, पवन कुमार गढ़ी, परमजीत कौर, आरती चंदेल, सुखप्रीत कौर, भाग सिंह, बलकार सिंह, जगदीप कुमार, दलविंदर सिंह, गोपाल दास, रतन सिंह, सुरिंदर महिंदवानी, बलप्रीत सिंह, जरनैल डघाम, जोगिंदर सिंह, निरंजन जोत सिंह, गुरनीत वाहिदपुरी, सतपाल सहित बड़ी संख्या में मुलाजिम व पैंशनर्स मौजूद थे।
गढ़शंकर में मुलाज़िमों व पेंशनरों ने विशाल रोष प्रदर्शन कर सरकार के लारों की गठरी फूंकी
Aug 23, 2024