मानसा : गांव जवाहरके में गांव की लड़की द्वारा गांव के लड़के या प्रवासी से विवाह करने पर रोक लगा दी गई है। यदि किसी ने प्रवासी से विवाह किया तो उसे गांव में ना रहने देने का फरमान भी सुनाया गया है। इसके अलावा गांव के गुरुद्वारा साहिब में अंतिम अरदास में सिर्फ सादा भोजन बनवाने का मता (प्रस्ताव) डाला गया।
मामला गांव जवाहरके ग्राम पंचायत का है। पंचायत द्वारा एकल माता डाला गया है। जिसमें गांव की लड़की द्वारा गांव के लड़के से ही शादी करने या फिर किसी प्रवासी लड़के से शादी करने की बात पर उन्हें गांव से निकालने का फरमान जारी किया गया है।
अंतिम अरदास में मिठाई बनाएगा तो उसे 31000 पहले पंचायत को जमा करवाने पड़ेंगे : प्रस्ताव में यह भी कहा है कि वह अंतिम अरदास पर गुरुद्वारा साहिब में सिर्फ सादा भोजन बनेगा। अगर कोई मिठाई बनाएगा तो उसे 31000 पहले पंचायत को जमा करवाने पड़ेंगे। इसके अलावा एक अन्य प्रस्ताव में कहा गया कि यदि कोई व्यक्ति गांव नशा बेचता है तो नशा बेचने वालों की कोई भी जमानत नहीं करवाई जाएगी। कोई पंचायत का सदस्य भी उनके जमानत के लिए जाएगा तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गांव के नौजवानों को चेतावनी देते हुए कहा गया कि विनय बजे गांव की बस स्टैंड पर कोई भी युवक नहीं खड़ेगा।
गांव के सरपंच रणबीर कौर, पंच बलबीर सिंह, गुरविंदर सिंह, राजिंदर सिंह, किरजीत कारै, बेअंत सिंह, लजीत कौर, परमजीत कौर और नछत्तर सिंह नंबरदार ने बताया कि आज गांव जवाहरके में ग्राम पंचायत की ओर से कुछ मता (प्रस्ताव) पास किए हैं। जिनमें कहा गया कि गांव में प्रवासी से विवाह करने वाले को गांव में नहीं रहने दिया जाएगा और गांव में विवाह करवाने वाले को भी गांव में नहीं रहने दिया जाएगा, दूसरा मता नशे के खिलाफ है, जिसमें कहा गया कि अगर कोई भी हेरोइन या और अन्य नशा बचेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई भी व्यक्ति ऐसे लोगों का सहयोग नहीं करेगा।